वाराणसी:बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बेबी रानी मौर्य ने यूपी सरकार की कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है. महिलाओं को लेकर पुलिस थानों में सुरक्षा को लेकर बेबी रानी मौर्य ने जो बयान दिया है वह सूबे की बेजेपी सरकार को ही कटघरे में खड़ा करता है, बेबी रानी मौर्य पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में अनुसूचित मोर्चा महानगर की ओर से संत रविदास मंडल में महर्षि वाल्मीकि जयंती मनाने पहुंची थी, जहां उन्होंने महिलाओं को नसीहत देते हुए कहा कि कि " भले थाना में महिला पुलिस अफसर मौजूद है. लेकिन महिलाओं को शाम 5:00 बजे के बाद पुलिस थाना में नहीं जाना चाहिए.
दरअसल, विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही सूबे में हलचल बढ़ गई है, इसी क्रम में लेकर भाजपा अनुसूचित मोर्चा महानगर की ओर से संत रविदास मंडल में महर्षि वाल्मीकि जयंती मनाई गई. भीमराव अंबेडकर पार्क बजरिया में कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल वह भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बेबी रानी मौर्या मौजूद रही.
महर्षि वाल्मीकि जयंती मनाने पहुंची बेबी रानी मौर्य उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में सरकार की उपलब्धियों से जनता को रुबरू कराया. सरकार के तमाम कार्यों को गिनाया. उन्होंने उपल्ब्धियां गिनाते हुए कहा कि सरकार ने गरीबों, वंचितों और अनुसूचित समाज को ध्यान में रखा है, उन्हीं के हित के लिए सरकारी योजनाओं पर लगातार काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इन योजनाओं में सबका साथ-सबका विकास और सबका विश्वास की बात की गई है.
BJP नेता बेबी रानी मौर्य की महिलाओं को नसीहत मगर इसी दौरान उन्होंने एक ऐसा विवादित बयान दे डाला जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कहती हुई नजर आ रही हैं कि "भले थाना में महिला पुलिस अफसर मौजूद हैं, लेकिन महिलाओं को शाम 5:00 बजे के बाद पुलिस थाना में नहीं जाना चाहिए, उनको अगले दिन सुबह होने का इंतजार करना चाहिए, यदि बहुत जरूरी हो तो भाई पिता या पति को लेकर जाना चाहिए. महर्षि वाल्मीकि जयंती मनाने पहुंची बेबी रानी मौर्य यह भी पढ़ें- पुलिस हिरासत में मौत: आजाद समाज पार्टी अध्यक्ष चंद्रशेखर ने की सीबीआई जांच की मांग
बता दें कि कानपुर व्यापारी मनीष गुप्ता की मौत के बाद आगरा में जगदीशपुरा थाना पुलिस की हिरासत में सफाई कर्मचारी अरुण की मौत के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस पर लगातार गंभीर आरोप लगते रहे हैं. यही नहीं गोरखपुर, आगरा, वाराणसी में ऐसे कई संगीन मामले सामने आए हैं जिसमें पुलिस कर्मियों को ही दोषी पाकर उनके ऊपर कार्रवाई की जा रही है. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का यह बयान भाजपा के ही गले की हड्डी बन गया है.