वाराणसी: पतित पावनी मां गंगा की अविरल धारा को निर्मलता के साथ बहने और उनको हमेशा स्वच्छ रखने की काशीवासियों ने कसम खाई. नमामि गंगे, नगर निगम, वन विभाग, सीआरपीएफ, गंगा टास्क फोर्स, नेहरू युवा केंद्र, सामाजिक सुजन संस्था और बेस इंडिया ने उत्तर वाहिनी मां गंगा के तट की साफ-सफाई की. इसके अलावा 84 घाटों पर स्वच्छता अभियान चलाया. घाटों के कोने-कोने को साफ किया गया.
जिलाधिकारी के आह्वान पर जिला गंगा समिति के तत्वावधान में आयोजित बृहद स्वच्छता अभियान में गंगा स्वच्छता की सभी ने शपथ ली. मां गंगा के लिए हजारों संकल्पबद्ध हुए. नमामि गंगे की टीम ने दशाश्वमेध घाट पर मां गंगा की तलहटी साफ की. गंगा मैया की जय के बीच नमामि गंगे के संयोजक राजेश शुक्ला के नेतृत्व में टीम के सदस्यों ने उत्साहपूर्वक गंगा में पड़ी पॉलिथीन, कपड़े, तस्वीरें और अन्य गंगा को प्रदूषित कर रही सामग्रियों को कूड़ेदान में फिकवाया. वहीं, सभी ने 'सबका साथ हो, गंगा साफ हो' के नारे संग प्रत्येक काशीवासी को गंगा स्वच्छता से जुड़ने की अपील की.
प्रभागीय वनाधिकारी महावीर कौजलगी की अगुवाई में नमामि गंगे दिल्ली के रिसर्च ऑफिसर नीरज गहलावत, अपर नगर आयुक्त देवी प्रसाद, नगर स्वास्थ्य अधिकारी एनपी सिंह, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी कालिका सिंह, सीआरपीएफ के कमांडेंट उमेश कुमार और राजेश पांडेय, गिनीज बुक में रिकॉर्ड दर्ज कराने वाली सोनी चौरसिया, सामाजिक सृजन संस्था के अध्यक्ष अनिल सिंह, बेस इंडिया के निदेशक डॉ राजेश श्रीवास्तव, नेहरू युवा केंद्र के अधिकारी निखिल गुप्ता, ऐश्वर्या मिश्रा, गंगा प्रहरी दर्शन निशाद, गंगा टास्क फोर्स के अधिकारी सुभाष चंद्र ने स्वच्छता अभियान में सहभागिता की.
नमामि गंगे के संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि गंगा सफाई अभियान के लिए युवाओं और माताओं-बहनों का उत्साह मां गंगा के लिए बड़ा लाभकारी है. स्वच्छता की प्रतिबद्धता के लिए संकल्प, साफ-सफाई और जागरूकता से अपनी गंगा नित निर्मलीकरण की ओर अग्रसर होंगी. 84 घाटों पर हुए आयोजन का मूल उद्देश्य गंगा से सबको जोड़ना है. उन्होंने कहा कि गंगा स्वच्छता के लिए जन सहभागिता बहुत जरूरी है.
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