वाराणसीःगंगा-जमुनी तहजीब के शहर काशी में हर त्यौहार सर्वधर्म भाव के साथ मनाया जाता है. यहां होली-दीपावली सहित अन्य त्यौहार सभी धर्मों के लोग साथ मिलकर मानाते हैं. इस वर्ष भी काशी में होली के त्यौहार में हर तरीके के रंगों का समावेशन देखा जा रहा है और इनमें सबसे खास रंग होता है प्रेम और सौहार्द का. जिसे काशी की मुस्लिम महिलाएं हर वर्ष परिलक्षित करती हैं. इस वर्ष भी काशी में मुस्लिम महिलाओं ने होली खेल करके एक-दूसरे को गुलाल लगाया, साथ ही गंगा जमुनी तहजीब का एक संदेश भी दिया.
मुस्लिम महिलाओं ने हिंदू बहनों के साथ खेली होली, मोहब्बत का अबीर लगाकर दिया भाईचारे का संदेश
वाराणसी में इस साल भी मुस्लिम महिलाओं ने होली खेल करके एक-दूसरे को गुलाल लगाकर भाईचारे का संदेश दिया. यह होली का उत्सव विशाल भारत संस्थान की ओर से लमही इलाके में आयोजित किया गया था.
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विशाल भारत संस्थान की ओर से शहर के लमही इलाके में होली उत्सव का आयोजन किया गया था. जहां मुस्लिम महिलाओं ने हिंदू महिलाओं के साथ मिलकर होली खेली. साथ ही मजहबी कट्टरता को दूर कर आपसी सौहार्द का संदेश दिया. इस दौरान मुस्लिम महिलाओं ने सीएम योगी को गाने के जरिए 2022 में जीत की बधाई भी दी. साथ ही रंग गुलाल उड़ाकर कर काशी की फिजाओं में अल्हड़ता की एक नई कहानी लिखी. होली उत्सव में नकाब पहनकर शामिल हुई महिलाओं ने हिंदू बहनों के साथ होली खेलकर नफरत का जहर घोलने वाले इस्लामी कट्टरपंथियों को भी मोहब्बत का पैगाम दिया. होली का त्यौहार 18 मार्च को है लेकिन धार्मिक नगरी में होली का हुड़दंग कई दिनों से जारी है.