वाराणसी: 13 दिसंबर को वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी के साथ भव्य विश्वनाथ धाम का लोकार्पण होने जा रहा है. यह मौका एक तरफ जहां पूरे देश के लिए बहुत खास है तो वहीं भारतीय जनता पार्टी इस पूरे आयोजन को देशभर तक पहुंचाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाह रही है. शायद यही वजह है कि इस दिन बनारस में 3000 से ज्यादा अति विशिष्ट लोगों की मौजूदगी रहने वाली है. इसे लेकर जिलाधिकारी ने 13 दिसंबर को 12वीं तक के सभी स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी कर दिया है, यानी कुल मिलाकर 13 तारीख को होने वाले आयोजन में अति विशिष्ट लोगों की मौजूदगी से काशी की सड़कों पर भी काफी चहल पहल और रोक तो दिखाई देने वाली हैं.
अपने दो दिवसीय दौरे पर 13 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बनारस पहुंच जाएंगे और उनके साथ ही 3000 से ज्यादा अति विशिष्ट लोगों की मौजूदगी भी 12 तारीख से ही काशी में दिखने लगेगी. इस पूरे आयोजन के लिए वाराणसी प्रशासन और बीजेपी की तरफ से जिन लोगों को निमंत्रण भेजा गया है. उनमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत, योग गुरु बाबा रामदेव, चारों पीठों के शंकराचार्य, साध्वी ऋतंभरा, ज्ञानेश्वर मठ के शंकरानंद सरस्वती शामिल हैं.
महाराष्ट्र के पंच दिगंबर अखाड़े के महंत राम किशोर दास जी महाराज, जगतगुरु शंकराचार्य करवीर पीठ, रमेश भाई ओझा, स्वामी अवधेशानंद, दयानंद सरस्वती, महंत बालक नाथ, महंत शिव शंकर दास, गुजरात से महंत दिगंबर अनी अखाड़ा, केरल से स्वामी सत्यानंद सरस्वती जी महाराज, राष्ट्रीय संत समिति से स्वामी जितेन्द्रानंद सरस्वती के अलावा केरल से माता अमृतानंदमई, स्वर्णावल्ली महासंस्थान से मठ के जगद्गुरु शंकराचार्य समेत आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटका, तमिलनाडु से बड़ी संख्या में संतों का आना वाराणसी में होने वाला है.