वाराणसी: ठंड बढ़ने के साथ ही प्रदेश में प्रदूषण का स्तर भी तेजी से बढ़ने लगता है. एयर क्वालिटी इंडेक्स के लगातार बिगड़ने की वजह से सरकार के माथे पर चिंता की लकीरें दिखाई देने लगती हैं और वायु प्रदूषण को रोकने की कवायद भी शुरू हो जाती है. ऐसी ही एक कवायद उत्तर प्रदेश में भी सरकारी तंत्र ने शुरू कर दी है. प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में चल रही तमाम विकास योजनाओं की वजह से तेजी से बढ़ रहे प्रदूषण को कंट्रोल में करने के लिए अब विशेष तरह के कैमरों की मदद ली जाने लगी है. तकनीक की मदद से प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए पीटीजेड कैमरों को हर उस स्थान पर लगाया जाना जरूरी कर दिया गया है, जहां पर भी विकास के कार्य चल रहे हैं.
दरअसल, वाराणसी में बीते कुछ दिनों से वायु प्रदूषण का लेवल बढ़ता ही जा रहा है. 25 सितंबर की सुबह 10 बजे तक एयर क्वालिटी इंडेक्स 347 पर पहुंच चुका है. पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि वायु प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है. पॉल्यूशन को कंट्रोल करने के लिए अब तकनीक का सहारा लिया जाने लगा है. शहर के मुख्य स्थानों और उन स्थानों पर यहां विकास के कार्य चल रहे हैं. पेन टिल्ड जूम यानी पीटीजेड कैमरा लगाने के निर्देश दिए गए हैं. बहुत से स्थानों पर यह कैमरे लग भी गए हैं और जहां नहीं लगे हैं, वहां जल्द लगाने को कहा गया है.
यह है खासियत