वाराणसी: उत्तर प्रदेश सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए अलग-अलग राज्यों से लौटे प्रवासी मजदूरों को निर्माणाधीन श्रीकाशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर में कार्य करने को लेकर प्लान तैयार किया है. इस संदर्भ में धर्मार्थ कार्य मंत्री नीलकंठ तिवारी ने अधिकारियों के साथ बैठक कर साफ किया कि उत्तर प्रदेश के मजदूरों को विश्वनाथ कॉरिडोर के निर्माण कार्य में लगाया जाए ताकि उन्हें रोजगार भी मिले. इसके साथ ही निर्धारित डेड लाइन पर काम भी पूरा किया जा सके.
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर निर्माण में मिलेगा UP के प्रवासी मजदूरों को काम
वाराणसी में श्रीकाशी विश्वानाथ धाम में बनाए जा रहे कॉरिडोर में अब प्रवासी मजदूरों को काम दिया जाएगा. उत्तर प्रदेश के धर्मार्थ कार्य मंत्री नीलकंठ तिवारी और मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के चल रहे कार्यों का निरीक्षण किया.
उत्तर प्रदेश के धर्मार्थ कार्य मंत्री नीलकंठ तिवारी और मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के चल रहे कार्यों का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी की. उन्होंने धाम में चल रहे 7 भवनों, मंदिर परिसर, मंदिर चौक, यात्री सुविधा केंद्र और घाट किनारे चल रहे कार्यों की समीक्षा की. इस दौरान इन कार्यों में आने वाली हर समस्या को दूर करने का निर्देश दिया. मंत्री नीलकंठ तिवारी ने कोरोना महामारी को देखते हुए सभी को सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क सहित और भारत सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करते हुए निर्माण कार्य करने को कहा.
उन्होंने यह भी कहा कि इस कार्य में अन्य प्रदेशों से लौटकर उत्तर प्रदेश आए प्रवासी मजदूरों को जोड़ा जाए ताकि वे इस पुनीत कार्य को पूरा कराने में सहयोग करें. उन्होंने पर्यावरण की दृष्टि से देखते हुए आसपास के लोगों को निर्माण से उड़ने वाली धूल से किसी प्रकार की परेशानी न हो इसका भी ध्यान रखने के लिए कहा. श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक विशाल सिंह ने बताया कि इस परियोजना को इनवायरमेंटल क्लीयरेंस का सर्टिफिकेट भी मिल गया है. इस दौरान मुख्य कार्यपालक ने मंत्री और मंडलायुक्त को परिसर में चल रहे सभी कार्यों का स्थलीय निरीक्षण भी कराकर कार्यों की प्रगति की जानकारी दी.