वाराणसी:नमामि गंगे (namami gange) के सदस्यों ने बुधवार को राजघाट (rajghat) पर रौद्र रूप शांति के लिए मां गंगा से प्रार्थना की. वहीं नमामि गंगे (namami gange) के सदस्यों ने आरती कर मां गंगा का मनुहार किया. गंगाष्टकम का पाठ कर मां गंगा से अब और आगे न बढ़ने की गुहार लगाई. सदस्यों द्वारा राष्ट्रध्वज लेकर की गई गंगा आरती के दौरान राष्ट्रहित की कामना की गई. साथ ही सदस्यों ने भारत माता और गंगा माता का जयकारा भी लगाया.
नमामि गंगे के संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि आरती कर मां भगवती से यही प्रार्थना की गई है कि अब वह शांत स्वरूप में आ जाएं और अपने रौद्र रूप को शांत कर लें. गंगा तटीय क्षेत्र वासियों की रक्षा के लिए पूजा-अर्चना कर प्रार्थना की गई है. उन्होंने कहा कि समृद्धिदायिनी, मुक्तिदायिनी, मोक्षदायिनी मां गंगा भारत की आस्था और अर्थव्यवस्था के लिए हमारी प्रार्थना अवश्य सुनेंगी. इस आयोजन में प्रमुख रूप से काशी प्रांत के संयोजक राजेश शुक्ला, महानगर सहसंयोजक रामप्रकाश जायसवाल, विकास उपाध्याय, सुरेश गुप्ता, अभिषेक जायसवाल, संजय गुप्ता आदि लोग मौजूद रहे.
गौरतलब है कि काशी में गंगा चेतावनी बिंदु के ऊपर बह रही है. गंगा के वार्निंग लेवल क्रॉस करने पर प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट हो गया है. वहीं, एनडीआरएफ को भी सर्तक कर दिया गया है. डीएम ने बाढ़ को लेकर मुकम्मल तैयारियां कर ली हैं. कई हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं. जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के मुताबिक जनपद में गंगा नदी का चेतावनी बिंदु 70.26 मीटर है, खतरे का स्तर 71.26 मीटर और अधिकतम जलस्तर 73.901 है. बीते शनिवार को केंद्रीय जल आयोग द्वारा सुबह 8 बजे गंगा नदी का जलस्तर 70.36 मीटर हो गया, जो चेतावनी बिंदु से 10 सेमी. अधिक है. गंगा के वार्निंग लेवल के ऊपर बहने पर प्रशासन लोगों की सुरक्षा और उनके सुरक्षित ठिकानों की व्यवस्था में जुट गया है.
इसे भी पढ़ें-गंगा में 2.75 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया, चेतावनी बिंदु से 29 सेमी दूर