जालौन: जिले में मॉनसून न आने से खेत भीषण सूखे की चपेट में नजर आते दिखाई दे रहे हैं. आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल की तुलना में इस साल जून माह में 50 फीसदी से भी कम बारिश दर्ज की गई है.
कम बारिश होने से नहीं हो पा रही फसलों की बुवाई. बारिश न होने से किसान परेशान और मायूस
- साल 2018 में जून माह में 70 एमएम बारिश दर्ज की गई थी.
- साल 2019 में जून माह में 34 एमएम बारिश दर्ज हो पाई है.
- खरीफ की फसलों की समय से बुवाई न होने से नुकसान पहुंचने की संभावना बढ़ गई है.
- बारिश न होने से खरीफ की बुवाई नहीं हो पाई है.
एक बार बारिश हो गई थी, तो खेत खरीफ की फसल के लिए तैयार कर लिया था. अब पिछले 6 दिन से बारिश का इंतजार कर रहे हैं. इससे बुवाई समय से हो सके लेकिन बारिश दूर-दूर तक होने की उम्मीद नहीं दिख रही है.
-बनारसी, स्थानीय किसान
इस बार 4 दिन पहले हल्की बारिश हुई थी. इससे खेत एक बार जुताई के लिए तैयार हो गए हैं, लेकिन अभी 5 दिन के अंदर बारिश की मांग किसानों के लिए बढ़ गई है. खरीफ की फसल के लिए बुवाई का समय जून और जुलाई के मध्य तक रहता है.
-डॉ. राजीव सिंह , निदेशक, कृषि विज्ञान केंद्र