वाराणसी:देव दीपावली (7 नवंबर) पर काशी की धरती पर जहां एक और देवता विराजमान होंगे, तो वहीं दूसरी ओर मां गंगा का अवतरण होगा. इस देव दीपावली पर पहली बार पहली बार काशी में मां गंगा के अवतरण की कथा को चित्रित किया जाएगा. चंद्राकार घाटों पर मौजूद लाखों देशी और विदेशी पर्यटकों को मां गंगा के अवतरण की पौराणिक कथा बताई जाएगी. खास बात यह होगी कि मां गंगा की अवतरण गाथा को लेजर लाइट के द्वारा दर्शाया जाएगा, इसके साथ ही यहां मौजूद लोग अपने आप को कथा में एक पात्र के रूप में पाएंगे.
Dev Deepawali 2022: सात नवंबर को काशी की धरती पर अवतरित होंगी मां गंगा, जानिए कैसे - Ganga Avartan Katha at Chet Singh Ghat
वाराणसी में सात नवंबर को पर्यटन विभाग पहली बार काशी में 20 लेजर प्रोजेक्टर के द्वारा 3D प्रोजेक्शन मेपिंग शो कराने जा रहा है.यह पूरा शो लगभग 18 मिनट का होगा, इसमें गीत संगीत की खास प्रस्तुति दी जाएगी.
काशी में देव दीपावली का त्यौहार बेहद भव्य तरीके से मनाया जा रहा है. इसको लेकर सभी विभागों द्वारा जोर-शोर से तैयारियां की जा रही हैं. इन्ही तैयारियों के क्रम में देव दीपावली पर गंगा की लहरों पर पहली बार प्रोजेक्शन वर्क का प्रयोग होगा. इसके तहत गंगा अवतरण की गाथा को गंगा की लहरों के समक्ष दिखाया जाएगा. वाराणसी के चेत सिंह घाट पर अवतरण गाथा का आयोजन होगा. यहां लेजर शो के जरिए शिव भजन व गाथा को परिलक्षित किया जाएगा.
इस बारे में पर्यटन उप निदेशक प्रीति श्रीवास्तव ने बताया कि पर्यटन विभाग पहली बार काशी में 20 लेजर प्रोजेक्टर के द्वारा 3D प्रोजेक्शन मेपिंग शो कराने जा रहा है. चेत सिंह घाट की दीवारों पर यह शो दिखाया जाएगा, उन्होंने बताया कि इस झांकी में पात्रों के साथ विशेष रूप से डिजाइन सुर-संगीत को ऐसे तैयार किया जा रहा है, जिससे वहां मौजूद दर्शकों खुद को भी इस कहानी का हिस्सा मानने लगे.