वाराणसीः काशी में मेडिकल के महाकुंभ का आयोजन किया गया है, जिसमें उत्तर भारत के मेडिकल ऑफिसर और सीएचओ डुबकी लगा रहे हैं. इस डुबकी के जरिए वह गांव-गांव, शहर-शहर, कूचे हर एक मोहल्ले तक सस्ती और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं कैसे पहुंचाई जा सके इस पर मंथन कर रहे हैं. इस मंथन में क्या कुछ खास होगा, उसको लेकर की ईटीवी भारत की टीम ने अलग-अलग राज्यों के मेडिकल ऑफिसर और सीएचओ से खास बातचीत की.
जाने कैसे मेडिकल सम्मेलन से सुधरेगी उत्तर भारत की स्वास्थ्य सुविधाएं, डॉक्टर क्यों मान रहे इसे क्रांति
काशी में 10 दिसंबर मेडिकल के महाकुंभ का आयोजन किया गया है. इसमें 5 राज्यों के 10 मेडिकल ऑफिसर बेहतर मेडिकल सुविधाओं पर मंथन कर रहे हैं. इस मंथन में क्या कुछ खास होगा, उसको लेकर की ईटीवी भारत की टीम ने अलग-अलग राज्यों के मेडिकल ऑफिसर और सीएचओ से खास बातचीत की.
बातचीत में उन्होंने बताया कि 'कोरोना काल में हम सब ने देखा कि, किस तरीके से देश में मेडिकल की आवश्यकता थी. इसी को देखते हुए टेली कंसल्टेंसी (Tele Consultancy) की शुरुआत की गई. जिसका मुख्य उद्देश्य हर एक व्यक्ति तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं को पहुचाना है. इसी क्रम में हर छोटे-बड़े अलग-अलग हिस्सों में वेलनेस सेंटर (wellness center) को खोला जाए, इसी पर यहां चर्चा की जा रही हैं. क्योंकि, वर्तमान में स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए वेलनेस सेंटर (wellness center) एक बड़ी क्रांति है, जो आसानी से मरीजों तक सुविधाएं पहुंचा रही है. इससे न सिर्फ लोगों को बेहतर सुविधाएं मिल रही हैं, बल्कि डेथ रेट (death rate) में भी कमी आई है.
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