वाराणसी: सनातन धर्म में खरमास का महीना शुभ कार्यों की बंदिशें लेकर आता है और इसकी शुरुआत कल यानी शुक्रवार 16 दिसंबर से होने जा रही है. कल से अगले एक माह तक खरमास के कारण किसी भी तरह के मांगलिक कार्य सनातन धर्मी होंगे. 15 जनवरी 2023 को संक्रांति के पुण्यकाल में मकर राशि में जब भगवान सूर्य प्रवेश करेंगे तब जाकर मांगलिक कार्यों की शुरुआत होगी. काशी के ज्योतिषाचार्यों के अनुसार खरमास के दौरान सभी तरह के मांगलिक कार्य वर्जित रहते हैं.
ज्योतिषाचार्य पंडित दैवज्ञ कृष्ण शास्त्री ने बताया कि भगवान सूर्य के राशि परिवर्तन से खरमास की शुरुआत (Kharmas in December 2022) होती है. 16 दिसंबर की सुबह 9:58 बजे भगवान सूर्य वृश्चिक राशि से धनु राशि में प्रवेश करेंगे. 14 जनवरी 2023 की रात 8:45 बजे भगवान सूर्य धनु राशि में ही रहेंगे. इसके बाद वह मकर राशि में प्रवेश करेंगे. मकर संक्रांति का पुण्य काल 15 जनवरी 2023 को सूर्योदय से दोपहर 12:45 बजे तक रहेगा. (Kharmas 2022 end Date)
दैवज्ञ कृष्ण शास्त्री ने बताया कि भगवान सूर्य का राशि परिवर्तन कर्क, तुला, कुंभ और मीन राशि के जातकों के लिए विशेष रूप से लाभदायी रहेगा. शेष अन्य राशियों वाले जातकों पर भी भगवान सूर्य के राशि परिवर्तन का प्रभाव दिखेगा. (varanasi up news in hindi)
Kharmas in December 2022, कल से 1 महीने के लिए थम जाएगा शुभ कार्यों का दौर - varanasi up news in hindi
हिंदू धर्म में खरमास की एक माह की अवधि (Kharmas in December 2022) को मांगलिक कार्य करने के लिए शुभ नहीं माना जाता है. इस साल 15 दिसंबर 2022 को सूर्य देव धनु राशि में प्रवेश कर रहे हैं और 14 जनवरी 2023 तक (Kharmas 2022 end Date) इसी राशि में रहेंगे. इसे खरमास की अवधि मानी जाएगी.
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