वाराणसी:नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल में आयोजित कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी भाषण देने मंच पर पहुंची. जैसे ही ममता बनर्जी भाषण देने के लिए मंच पर पहुंचीं तो जयश्री राम के नारे लगने लगे. इससे नाराज ममता बनर्जी ने मंच पर बोलने से इनकार कर दिया.
जानकारी देते स्वामी जितेन्द्रानंद सरस्वती. ममता बनर्जी के इस व्यवहार से काशी के संत समाज आक्रोशित हैं. संत समाज का कहना है जिस नाम को लेने से कल्याण होता है उस नाम को सुनने से ममता दीदी नाराज क्यों हो रही है.
'राम का नाम तो विश्वकल्याण का है'
अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री एवं दंडी स्वामी जितेन्द्रानंद सरस्वती ने कहा कि ममता दीदी जय श्रीराम के नारे से इतना डर गई हैं कि जय श्री राम के नारों से निशाचर डरते हैं. राम का नाम तो मुक्ति देने वाला है. राम का नाम तो विश्वकल्याण का है. उस राम के नाम से भय कैसा है. इसका सीधा सा अर्थ आपको कभी बंगाल के अंदर अल्लाह हू अकबर के नाम से डर नहीं लगता आज आप जय श्रीराम के नारे से डर लगने लगा है.
दंडी स्वामी ने ममता बनर्जी को संबोधित करते कहा कि राम के नाम को आप अपमान बता रही है. हम क्या माने आप हिंदू है भी की नहीं. जिन्हें राम के नाम से भय हो उसे सनातनी अथवा हिंदू कैसे मान लें.
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