वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय के छात्रों ने मंगलवार को प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि शास्त्री और आचार्य की डिग्री को देश भर में आयोजित होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं में मान्य नहीं किया जा रहा है. इससे हम सभी छात्रों का भविष्य अधर में लटका हुआ है. इसी को लेकर छात्रों ने संकाय को बंद कराया.
उन्होंने मांग की कि शास्त्री की डिग्री को स्नातक किया जाय और आचार्य की डिग्री को परास्नातक किया जाय. इस बदलाव को सभी राज्य के शिक्षा विभाग, यूजीसी, शिक्षा मंत्रालय, भारतीय सेना (jco) और प्रतियोगी संगठन आदि को भेजा जाय. संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के शोध छात्र अधोक्षज पाण्डेय ने कहा कि शास्त्री व आचार्य के छात्रों के साथ भेदभाव किया जा रहा है. यह उचित व न्यायसंगत नहीं है. अगर हम छात्रों के साथ जल्द न्याय नहीं हुआ तो आन्दोलन के लिए बाध्य होंगे.