वाराणसी: जनपद में शनिवार को काशी धर्म परिषद की बैठक आयोजित हुई. इसमें हिन्दू-मुस्लिम समाज के प्रबुद्ध वर्ग शामिल हुये. दोनों ने मिलकर 'नागरिक शांति घोषणा पत्र' जारी किया. साथ ही सहभोज कर एकता का संदेश दिया.
वाराणसी के लमही स्थित विशाल भारत संस्थान के कार्यालय में हिंदू मुस्लिम के प्रबुद्धजन की बैठक हुई. इस बैठक में समाज में फैल रहे दंगे को लेकर चर्चा की गई. मुस्लिम धर्म गुरु मौलाना शफीक एहमद ने बताया कि इस दौरान 35 मुद्दों पर विचार विमर्श किया गया, जिसमें यह तय किया गया कि देश को जलाने और दंगा भड़काने वालों को कड़ा संदेश दिया जाएगा.
काशी धर्म परिषद की बैठक में एकता का संदेश दिया यह भी पढ़ें-पूर्वोत्तर रेलवे ने 19 ट्रेनें रद्द कीं, 14 हेल्पलाइन नम्बर जारी
मौलाना ने बताया कि देश में नफरत फैलाने वाले नेताओं का पूर्ण बहिष्कार किया जाएगा. साथ ही कुछ नेताओं और मौलानाओं के चक्कर में किसी भी रिश्ते को खत्म नहीं किया जाएगा. वहीं, विशाल भारत संस्थान के पदाधिकारी अजय सिंह ने बताया कि 35 मुद्दों पर आज बातचीत की गई है. सभी ने मिलकर संकल्प लिया है कि वह किसी दंगे फसाद का हिस्सा नहीं बनेंगे.
बता दें कि जुमे की नमाज को लेकर यूपी समेत वाराणसी में भी खासा तनाव का माहौल रहा. हालांकि सुरक्षा व्यवस्था और दोनों धर्मों के गुरुओं और प्रबुद्ध जनों से बात करने के बाद वाराणसी का माहौल अब काफी शांत है.
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