वाराणसीः अखंड सौभाग्य और पति की लंबी उम्र के लिए महिलाएं करवा चौथ का व्रत रखती हैं. इस बार करवा चौथ बृहस्पतिवार यानी की 13 अक्टूबर को है. सुहाग के इस पर्व को लेकर बाजार भी सज चुके हैं. बाजार में 16 श्रृंगार के सामानों के साथ-साथ पारंपरिक बर्तनों के करवा इस बार खासा ट्रेंड में हैं, जिसे महिलाएं भी खूब पसंद कर रही हैं. यही वजह है कि कारोबारियों की भी उम्मीदें जग गई हैं.
यूं तो करवा चौथ के पूजन में मिट्टी का करवा प्रयोग में लिया जाता है, लेकिन इस बार वाराणसी की महिलाएं पीतल के करवा की डिमांड ज्यादा कर रही हैं. ऐसे में बाजारों में अलग-अलग डिजाइन के करवों के साथ स्पेशल पूजन की थाली भी तैयार की गई है, जो आकर्षण के केंद्र के साथ ही डिमांड में भी हैं.
पीतल के डिजाइनर करवे व थाली लुभा रही लोगों का मन
आम तौर पर हर बार बाजारों में पीतल के साधारण करवे नजर आते थे, लेकिन इस बार पीतल के इन करवों को डिजाइनर रूप दिया गया है. इसके साथ ही इनमें रंगों से सदा सुहागिन रहने का आशीर्वाद भी लिखा हुआ है. खास बात ये है की महिलाएं इन करवों को कस्टमाइज्ड भी अपने अनुसार करवा सकती है.
पीतल बर्तन का पूजन में विशेष महत्व
छोटे करवे से लेकर बड़े करवे सभी अलग-अलग नक्काशी व डिजाइन में तब्दील किए गए हैं, जिसे खरीदने के लिए बाजारों में महिलाओं की भीड़ भी लगी हुई है. महिलाओं की माने तो पीतल के करवे का करवा चौथ पूजन में प्रयोग करने पर विशेष फल की प्राप्ति होती है. इस बारे में एक महिला खरीदार ने बताया कि मिट्टी के करवे का प्रयोग हम लोग करते हैं. पूजा के बाद यह टूट जाने के कारण खंडित हो जाता है, लेकिन पीतल के खूबसूरत करवों का फायदा यह है कि यह न टूटेंगे न ही खराब होंगे, बल्कि यह काफी समय तक चलते रहेंगे और दिखने में भी बेहद खूबसूरत हैं.