वाराणसी: वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से लगे लॉकडाउन के दौरान वाराणसी के घाटों पर सन्नाटा पसरा रहा. अभी भी सेवाएं पूरी तरह से बहाल नहीं हुई हैं. घाटों पर सामूहिक स्नान आदि पर रोक है.
हालात अभी सुधरे भी नहीं थे कि गंगा का जल स्तर बढ़ने लगा. जिले में बीते एक सप्ताह में गंगा का जल स्तर काफी तेजी से बढ़ा है. जिसकी वजह से गंगा का पानी घाटों तक पहुंचने लगा है. कुछ दिन बाद घाटों का संपर्क एक दूसरे से टूट जाएगा. जिसे देखते हुए अब घाट पर रहने वाले लोग सुरक्षित ठिकानों की ओर पलायन करने लगें हैं.
हर साल गंगा का जल स्तर बढ़ने के कारण घाट पर बैठने वाले पंडित और नाविकों की मुसीबत बढ़ जाती है. लॉकडाउन को दौरान नौकाओं के संचालन पर रोक लगी थी. अभी 10 दिन पहले नौकाओं का संचालन शुरू किया गया था. लेकिन गंगा का जल स्तर बढ़ने के कारण नाविकों ने फिर से संचालन बंद कर दिया है.
नाविकों का कहना है कि कोरोना के कारण आर्थिक हालात पहले ही खराब हैं. नौका संचालन से रोजी-रोटी अभी शुरू हुई थी लेकिन जल स्तर बढ़ने के कारण फिर से रोजी-रोटी पर संकट मंडरा रहा है. नाविकों ने कहा कि जल स्तर बढ़ने के कारण संचालन बंद कर दिया गया है. नदीं में पानी ज्यादा होने के कारण नौका को चलाना मुश्किल है.
घाटों पर पूजा-पाठ करवा कर अपनी जीविका चलाने वाले पुरोहित भी परेशान हैं. घाटों पर छतरी और पटरा लगाकर अपना और अपने परिवार का पेट पालने वाले पुजारी और पंडित अब सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं.
कुछ यूं बढ़ रहा गंगा का पानी
10 जुलाई 61.57 मीटर
09 जुलाई 61.41 मीटर
08 जुलाई 61.22 मीटर
07 जुलाई 61.02 मीटर
06 जुलाई 60.80 मीटर