वाराणसीः श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के नव्य-दिव्य स्वरूप में आने के बाद देश भर के श्रद्धालुओं में इसके प्रसाद की भी मांग बढ़ी है. डाक विभाग और श्री काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट के बीच हुए एक एग्रीमेंट के तहत श्री काशी विश्वनाथ मंदिर का प्रसाद देश भर में स्पीड पोस्ट सेवा द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा है. जून 2020 में आरंभ इस सेवा के तहत अब तक लगभग साढ़े चार हजार लोगों को प्रसाद उपलब्ध कराया जा चुका है. इससे करीब 10 लाख 13 हजार रुपये का राजस्व डाक विभाग को प्राप्त हुआ है.
प्रसाद मंगाने की बढ़ी मांगःवाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने इस अवसर पर एक विशेष पोस्टर भी जारी किया. जिसे देश भर के प्रमुख डाकघरों में लगाने के लिए भेजा जाएगा. ताकि देश भर में अधिक से अधिक लोग घर बैठे श्री काशी विश्वनाथ मंदिर का प्रसाद स्पीड पोस्ट से मंगाकर लाभान्वित हो सकें. फिलहाल प्रसाद की ज्यादा मांग कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलांगाना, गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तराखंड इत्यादि राज्यों से डाक विभाग को ज्यादा प्राप्त हो रही है.
डाक विभाग से साढ़े चार हजार लोगों ने बाबा विश्वनाथ का मंगाया प्रसाद
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के नव्य-दिव्य स्वरूप में आने के बाद देश भर के श्रद्धालुओं में इसके प्रसाद की भी मांग बढ़ी है. लगभग साढ़े चार हजार लोगों को प्रसाद उपलब्ध कराया जा चुका है.
251 में भेजा जा रहा है प्रसादःपोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि देश के किसी भी कोने में रह रहे श्रद्धालु स्पीड पोस्ट से श्री काशी विश्वनाथ मंदिर का प्रसाद मंगा सकते हैं. इसके लिए अपने नजदीकी डाकघर से मात्र 251 रुपये का ई-मनीआर्डर प्रवर अधीक्षक डाकघर, वाराणसी (पूर्वी) मंडल-221001 के नाम भेजना होता है. ई-मनीऑर्डर प्राप्त होते ही डाक विभाग द्वारा तत्काल दिए गए पते पर स्पीड पोस्ट द्वारा प्रसाद भेज दिया जाएगा. डिब्बा बंद प्रसाद टेंपर प्रूफ इनवेलप में होगा, जिस पर वाराणसी के घाट पर जारी डाक टिकट की प्रतिकृति भी अंकित होगी. इससे किसी भी तरह की छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है. इसके अलावा इसे मात्र 201 रुपये में वाराणसी सिटी डाकघर के काउंटर से भी प्राप्त किया जा सकता है.
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श्री काशी विश्वनाथ प्रसाद में शामिल वस्तुएंःपोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि प्रसाद में श्री काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिङ्ग की छवि, महामृत्युंजय यंत्र, श्री शिव चालीसा, 108 दाने की रुद्राक्ष की माला, बेलपत्र, माता अन्नपूर्णा से भिक्षाटन करते भोले बाबा की छवि अंकित सिक्का, भभूति, रक्षा सूत्र, रुद्राक्ष मनका, मेवा, मिश्री का पैकेट इत्यादि शामिल हैं. सूखा होने के कारण यह प्रसाद लम्बे समय तक उपयोग में बना रहता है. उन्होंने बताया कि द्धालुओं को मोबाइल नंबर पर स्पीड पोस्ट का विवरण एसएमएस के माध्यम से मिलेगा. इसके लिए उन्हें ई-मनीऑर्डर में अपना पूरा पता, पिन कोड और मोबाइल नंबर लिखना अनिवार्य होगा.
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