वाराणसी:बनारस की बदलती तस्वीर सोशल मीडिया के जरिए लोगों के सामने आती रहती है. बनारस की सड़कें, बनारस के रहन-सहन और बनारस की बिल्डिंग सब कुछ धीरे-धीरे बदल रहा है. साथ ही बनारस की सवारी का अंदाज भी बदल रहा है. पहले जहां बनारस में पेडल रिक्शा बहुतायत में हुआ करते थे, वहीं अब इनकी जगह ई-रिक्शों ने ले ली है. तेजी से बढ़ रही इनकी संख्या एक तरफ जहां लोगों को सहूलियत दे रही है तो वहीं, कहीं परेशानी का सबब भी बन रही है. ई रिक्शों के लिये चार्जिंग प्वाइंट न होने के कारण कई बार समस्याएं पैदा हो जाती हैं. अब इसका निराकरण नगर निगम करने जा रहा है. बनारस में कुछ ऐसे पॉइंट है, जहां ई-रिक्शों की संख्या ज्यादा रहती है. नगर निगम वहां पेड चार्जिंग प्वाइंट बनाने जा रहा है.
वाराणसी में ई रिक्शों और इलेक्ट्रिक व्हीकल के लिए बनाए जाएंगे चार्जिंग प्वाइंट - Charging point for electrical vehicle
वाराणसी में 10,000 से ज्यादा इलेक्ट्रिकल रिक्शा चलते हैं. चार्जिंग पॉइंट न होने के कारण चालकों को काफी दिक्कतें उठानी पड़ती हैं. ऐसी स्थिति में नगर निगम ने एक प्लान तैयार किया है.
ऐसी स्थिति में नगर निगम ने एक प्लान तैयार किया है. इस बारे में नगर आयुक्त प्रणय सिंह ने बताया कि, वाराणसी में जहां भी ऑटो और रिक्शा के स्टैंड हैं और जिन पॉइंट पर ई रिक्शों की संख्या ज्यादा दिखाई दे रही है. वहां पर नगर निगम पेड चार्जिंग पॉइंट बनाने जा रहा है. इसमें कैंट रेलवे स्टेशन रोडवेज, बेनियाबाग भेलूपुर समेत अब तक 4 पॉइंट ऐसे डिसाइड किए गए हैं. जहां पर चार्जिंग पॉइंट की व्यवस्था की जाएगी. इसके लिए अभी चार्जिंग रेट डिसाइड नहीं हुआ है. इस पर मंथन किया जा रहा है. माना जा रहा है कि, 1 महीने के अंदर इस व्यवस्था को लागू भी करवा दिया जाएगा.
नगर निगम की तरफ से इस व्यवस्था की जानकारी होने के बाद ई रिक्शा चालक बेहद खुश नजर आ रहे हैं. उनका कहना है कि, यदि कुछ पैसे देकर 4 दिन की व्यवस्था होती है तो यह बहुत ही अच्छा प्लान है, क्योंकि दिन भर ई-रिक्शा चलने के बाद अक्सर सवारी लेकर जाते वक्त यह बीच रास्ते में ही डिस्चार्ज होने लगते हैं. इसकी वजह से सवारी को बीच में छोड़कर इसे धकेलना पड़ जाता है. लेकिन, अगर ऐसे चार्जिंग प्वाइंट बन जाते हैं तो कम से कम इस झंझट से मुक्ति मिल जाएगी और कुछ पैसे देकर कुछ देर के लिए रिक्शा चार्ज हो जाएगा. इन चार्जिंग पॉइंट पर ई रिक्शा के अलावा इलेक्ट्रिकल व्हेकिल की भी व्यवस्था रहेगी. फिलहाल वाराणसी में 10,000 से ज्यादा इलेक्ट्रिकलरिक्शा दौड़ रही हैं. चार्जिंग पॉइंट ना होने के कारण चालको को दिक्कतें उठानी पड़ती है.
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