वाराणसी:श्री काशी विश्वनाथ कॉरीडोर आमंत्रण के बनने के बाद भक्तों की संख्या में इजाफा हो रहा है. भक्तों की बढ़ रही संख्या के बीच सुविधाएं बढ़ रहीं हैं, वहीं विश्वनाथ मंदिर में आने वाले चढ़ावे ने भी एक रिकॉर्ड कायम कर लिया है. आज काशी धार्मिक पर्यटन के लिहाज से देश में मोस्ट फेवरेट डेस्टिनेशन बनकर उभरा है. यही कारण है कि भगवान शिव की अराधना को समर्पित श्रावण मास में यहां इस वर्ष सभी रिकॉर्ड धराशायी हो गए. इस वर्ष श्रावण माह में कुल 1,63,17,000 भक्तों ने बाबा भोलेनाथ के दरबार में हाजिरी लगाई, यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है. इतना ही नहीं, श्रद्धालुओं ने दिल खोलकर बाबा पर खूब चढ़ावा भी चढ़ाया. पिछले सावन के मुकाबले इस वर्ष सावन में बाबा को भक्तों ने 5 गुना ज्यादा चढ़ावा चढ़ाया है.
श्री काशी विश्वनाथ धाम में भक्त श्रद्धा भाव से दान-पुण्य कर रहे हैं. श्री काशी विश्वनाथ धाम के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा ने जानकारी दी कि 2023 के श्रावण माह में कुल 16.89 करोड़ रुपए का चढ़ावा आया है. जबकि 2022 के सावन महीने में 3,40,71,065 करोड़ रुपए का चढ़ावा आया था. यानी, 2022 के सावन माह के मुकाबले 2023 के श्रावण माह में लगभग 5 गुना बढ़ गया है. श्री काशी विश्वनाथ धाम जब से 3000 स्क्वायर फ़िट से 5 लाख स्क्वायर फ़िट में विस्तारित हुआ है. यहां प्रांगण में मूलभूत सुविधाओं समेत बाबा के दर्शन में सुगमता आई है. परिणामस्वरूप, श्री काशी विश्वनाथ धाम में भक्तो की संख्या में कई गुना इजाफा हो गया जिससे मंदिर का खजाना भी बढ़ गया है. उल्लेखनीय है कि इस वर्ष अधिकमास होने के कारण सावन करीब दो महीने का था. विश्वनाथ धाम में 17 करोड़ का चढ़ावा मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि लोकार्पण के बाद मंदिर न्यास द्वारा श्रद्धालुओं की सुविधाओं में लगातार बेहतरी का प्रयास किया गया है. पेयजल, छाया की व्यवस्था, मैट अन्य मूलभूत सुविधाओं के साथ-साथ साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया गया है. श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास द्वारा दर्शनार्थियों व पर्यटकों की बेहतर व्यवस्था करने के लिए सुगम दर्शन व्यवस्था में 50 कर्मचारी कार्यरत हैं. इसके अतिरिक्त, सफाई व्यवस्था में 200 कर्मियों एवं दर्शनार्थियों को बेहतर सुरक्षा एवं सुविधा देने के लिए 100 कर्मियों को लगाया गया है. श्री काशी विश्वनाथ धाम में विभिन्न स्थानों पर दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए लॉकर व हेल्पडेस्क स्थापित किये गए हैं. मंदिर के दर्शनार्थ आने वाले वृद्ध व दिव्यांग श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए निःशुल्क व्हीलचेयर की व्यवस्था भी की गयी है. इसके अतिरिक्त, मंदिर न्यास दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए अन्य कई प्रकार की व्यवस्था कर रहा है. सावन में आया 17 करोड़ का चढ़ावा