वाराणसी: वैश्विक महामारी के दौर में काशी हिंदू विश्वविद्यालय (kashi hindu university) के एमपी थिएटर मैदान में प्रधानमंत्री के निर्देशन पर डीआरडीओ (DRDO) द्वारा 750 बेड का अस्थाई अस्पताल बनाया गया. जिसमें 250 बेड आईसीयू के हैं. यास तूफान (yas cyclone) से अगर मौसम ज्यादा खराब हुआ तो यहां पर भर्ती मरीजों को बीएचयू (BHU) के सुपर स्पेशलिटी वार्ड में शिफ्ट कर दिया जाएगा.
यास से बढ़ा खतरा तो BHU में बने अस्थाई अस्पताल में शिफ्ट होंगे मरीज
यूपी के वाराणसी में यास तूफान (yas cyclone) को देखते हुए डीआरडीओ और बीएचयू (BHU) के अधिकारियों ने पूरी तैयारी कर ली है. तूफान से खतरा बढ़ने पर मरीजों के बीएचयू के सुपर स्पेशलिटी बिल्डिंग में बने अस्थाई अस्पताल में शिफ्ट किया जाएगा.
115 मरीजों का हो रहा इलाज
वाराणसी में तूफान यास के असर को लेकर डीआरडीओ अस्पताल प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है. अगर यहां के मरीजों तूफान से कोई खतरा होता है तो उन्हें दूसरी सुरक्षित जगह शिफ्ट किया जाएगा. डीआरडीओ के अधिकारी और बीएचयू के अधिकारी इसके लिए पूरी तरह से तैयार हैं. जिसे लेकर बीएचयू के सुपर स्पेशलिटी बिल्डिंग में तैयारी भी कर ली गई है. खतरा बढ़ने पर जिला प्रशासन डीआरडीओ और बीएचयू प्रशासन मिलकर मरीजों को यहां शिफ्ट करेगा. 750 बेड के अस्थाई अस्पताल में अभी केवल 250 बेड का आईसीयू चालू किया गया है, जिसमें अभी लगभग 115 मरीज भर्ती हैं.
काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल अस्पताल के एमएस प्रोफेसर केके गुप्ता ने ईटीवी भारत से ऑनलाइन बातचीत में डीआरडीओ अस्पताल के ब्रिगेडियर एस बावेजा समेत अन्य अधिकारियों ने तूफान यास को देखते हुए जरूरत पड़ने पर डीआरडीओ से मरीज को बीएचयू में शिफ्ट करने की बात की. बातचीत के बाद बीएचयू सुपर स्पेशलिस्ट ब्लॉक में तैयारी शुरू करा दी गई है.