वाराणसी: धर्म और अध्यात्म का शहर पिछले 9 दिनों मां आदिशक्ति की आराधना में पूरी तरह लीन दिखा. वनारस में एक-दो नहीं बल्कि 300 से ज्यादा पंडालों में मां जगत जननी की प्रतिमा स्थापित की गई थी. नवरात्रि के नौ दिन बाद विजयदशमी को मां की प्रतिमाओं को पवित्र कुंडों में विसर्जन किया गया.
विजयदशमी के पर्व पर विसर्जित हुईं मां की प्रतिमाएं. इसे भी पढ़ें- विजयादशमी पर सीएम योगी ने की 'श्रीनाथ' की पूजा, शाम को करेंगे राजा राम का तिलक
पवित्र कुंडों में किया गया मां का विसर्जन
तीन दिवसीय दुर्गा पूजा उत्सव का समापन हो गया. शिव की नगरी काशी के तमाम पंडालों में विराजी आदि शक्ति देवी दुर्गा की प्रतिमाओं का मंगलवार से विसर्जन शुरू हो गया. वाराणसी के शंकुधारा लक्ष्मी कुंड, कंपनी गार्डन सहित कुंड में माता का विसर्जन होना शुरु कर दिया है.
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ढोल-नगाड़ों के साथ हुईं विदा मां
पंडालों से आस्था के साथ ढोल और नगाड़ों की थाप पर मां की प्रतिमा को शहर के विभिन्न क्षेत्रों से निकाला गया. इसके बाद मां की प्रतिमा को नजदीक के कुंडो में विसर्जित किया गया. जिला प्रशासन ने भी मूर्ति विसर्जन के तहत बैरीकेडिंग करके सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए.
3 दिनों तक यथा शक्ति और भाव से मां का पूरे विधि विधान से वैदिक मंत्र द्वारा अनुष्ठान किया गया. उसके बाद मंगलवार को एक बेटी की तरह मइया को विदा किया गया. हम मां से यही कामना करते हैं कि वह भारत और काशी की जनता पर अपना आशीर्वाद बनाए रहें. इसी कामना के साथ हम लोगों ने काशी के पवित्र कुंड में मां की प्रतिमा का विसर्जन किया.
-अरुण, श्रद्धालु