वाराणसी:हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला बुधवार को एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाराणसी पहुंचे. इस दौरान राज्यपाल हिमाचल ने इसराइल और फिलीस्तीन के बीच चल रहे युद्ध पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि हम इजराइल का समर्थन तो कर रहे हैं, लेकिन फिलिस्तीन के अस्तित्व को अस्वीकार नहीं कर सकते. वह एक देश है और उसका अपना खुद का अस्तित्व है.
हिमाचल राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने कहा कि शास्त्रों में कहा गया है कि "सर्वे भवंतु सुखिना". वेद को इसी नाते लोगों ने आधार माना है. वेद पूरी तौर पर सभी की बात करता है. वेद को उदाहरण देने के लिए जाना जाता है. उन्होंने कहा, "मैंने जो कुछ भी पाया है, जो कुछ भी सीखा है वह वेदों से ही मुझे मिला है. वेद में विकास की बात है". वेद में कहीं भी ना तो जाति है और न ही पंथ है. वेदों में यह कहा गया है कि जब हम सभी को मानेंगे और सभी की बात करेंगे. तब ही समाज संतुष्ट रहेगा. आज मैं यहां मान कर चलता हूं कि वेदों की बात सभी को मनानी चाहिए. वेद मार्गदर्शन करते हैं'.
उन्होंने कहा कि 'सही अर्थों में आज पूरे विश्व में भारत की छवि बहुत बढ़ गई है. सब लोग भारत की तरफ देख रहे हैं. भारत के प्रधानमंत्री की हर जगह बात होती है. लोग कहते हैं कि नरेंद्र मोदी यह कर सकते हैं. जब यूक्रेन युद्ध हुआ तब भी लोगों ने भारत की तरफ ही देखा. भारत का कद बढ़ा है, अभी और भी बढ़ेगा. इसलिए हमें संस्कृति और सनातन को समझना होगा'.
वहीं, इसराइल और फिलीस्तीन के युद्ध पर भारत के नजरिए को लेकर उन्होंने कहा " किसी भी देश पर हमला होता है तो वह अपनी आत्मरक्षा के लिए प्रयास करता है. इजराFल ने इसे शुरू किया था, लेकिन हम फिलिस्तीन के अस्तित्व को अस्वीकार नहीं कर सकते हैं. वह एक देश है और रहेगा. भारत का जो पक्ष है वह है प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया है कि हम आतंकवाद के खिलाफ हैं. लेकिन हम फिलीस्तीन के अस्तित्व को अस्वीकार नहीं कर सकते हैं. मुझे राजनीतिक पक्ष पर बयान नहीं देना चाहिए, मैं संवैधानिक पद पर हूं. इसकी चर्चा मैं नहीं कर सकता राजनीतिक लोग ही कर सकते हैं".