वाराणसी:पंच दिवसीय दीपोत्सव पर्व के हर दिन अलग-अलग त्योहार मनाए जाते हैं और इनमें दीपावली के एक दिन पहले हनुमान जयंती का पर्व मनाए जाने की मान्यता है. ऐसा कहा जाता है कि आज ही के दिन अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता अंजनी पुत्र भक्त शिरोमणि पवनसुत हनुमान का जन्म हुआ था. कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को हनुमान जयंती के रूप में मनाया जाता है. इस बारे में ज्योतिषाचार्य पंडित प्रसाद दीक्षित ने बताया कि कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि यानी आज सुबह 9 बजकर दो मिनट से अर्धरात्रि के पश्चात 6 बजकर 4 मिनट तक जयंती मनाई जाएगी. उन्होंने कहा कि कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को सायंकाल में संलग्न शाम 4 बजकर 13 मिनट से 5 बजकर 52 मिनट तक रहेगा.
इसी लग्न में हनुमान जन्म महोत्सव मनाया जाना सर्वोपरि बताया गया है. आज के दिन व्रत रखकर हनुमान जी की पूजा आराधना करने से जीवन में सुख समृद्धि और खुशहाली आती है. साथ ही समस्त संकटों का नाश भी होता है, क्योंकि हनुमान चालीसा में भी इसका वर्णन मिलता है.
ज्योतिषाचार्य पंडित प्रसाद दीक्षित का कहना है कि हनुमान जी की आराधना से जीवन के सारे कष्ट दूर होते हैं और हनुमान जयंती को लेकर यह पौराणिक मान्यता है कि विराट स्वरूप धरकर उन्होंने इंद्र देव, सूर्य देव, यमदेव, ब्रह्म देव और विश्वकर्मा जी की शक्ति को समाहित कर लिया था.
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