ग्राम उजाला योजना की शुरुआत, 10 रुपये में मिलेगा LED बल्ब
वाराणसी में सांसद आदर्श ग्राम जयापुर में बुधवार को ग्राम उजाला अभियान की शुरुआत की गई. इस अवसर पर विद्युत मंत्रालय में सचिव आलोक कुमार तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे. ग्राम उजाला कार्यक्रम के पहले चरण के तहत 1 करोड़ 50 लाख एलईडी बल्बों का वितरण किया जाएगा.
वाराणसी:सांसद आदर्श ग्राम जयापुर में बुधवार को ग्राम उजाला अभियान की शुरुआत की गई. वाराणसी में इस प्रोजेक्ट को पायलट प्रोजेक्ट के तहत चयन किया गया है. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर केंद्रीय विद्युत, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), आरके सिंह इंटरनेट के माध्यम से जुड़े.
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में ग्राम उजाला कार्यक्रम की शुरुआत की गई. इस कार्यक्रम के अतर्गत एनर्जी एफिसिएन्सी सर्विसेस लिमिटेडे के स्वामित्व वाली सब्सिडरी कंपनी कन्वर्जन्स एनर्जी सर्विसेज लिमिटेड (CESL) उच्च गुणवत्ता वाले एलईडी बल्बों का प्रति बल्ब 10 रुपए की दर से वाराणसी से ग्रामीण इलाकों में वितरण करेगी.
एक करोड़ से ज्यादा एलईडी बल्बों का वितरण
इस अवसर पर विद्युत मंत्रालय में सचिव आलोक कुमार तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे. ग्राम उजाला कार्यक्रम के पहले चरण के तहत 1 करोड़ 50 लाख एलईडी बल्बों का वितरण किया जाएगा.
10 रुपया में मिलेगा एलईडी
इस कार्यक्रम के जरिए मात्र 10 रुपए प्रति बल्ब की दर से बेहतर प्रकाश की व्यवस्था की जा सकेगी. इससे बेहतर जीवन स्तर, आर्थिक बचत, अधिक आर्थिक गतिविधियां और ग्रामीण नागरिकों की बेहतर सुरक्षा की व्यवस्था की जा सकेगी. जिसके तहत वह ग्रामीण आबादी को वहनीय और उच्च गुणवत्ता वाले एलईडी बल्बों की आपूर्ति किया जाएगा.
विद्युत मंत्री आरके सिंहा ने कहा कि भारत ऊर्जा अंतरण के साथ-साथ ऊर्जा कुशलता के क्षेत्र में भी नेतृत्वकारी भूमिका में आ गया है. इस योजना को वहनीयता का विचार सामने रख विशेष रूप से ग्रामीण घरों के लिए तैयार किया गया है. इससे ऊर्जा की पर्याप्त बचत होगी, क्योंकि हर 12 वॉट का एलईडी बल्ब 100 वॉट के सामान्य चमकीले बल्ब जितना ही प्रकाश देता है.
एलईडी पर तीन साल की वारंटी
इस कार्यक्रम के तहत 7 वॉट और 12 वॉट के एलईडी बल्बों को तीन साल की वारंटी के साथ ग्रामीण उपभोक्ताओं को सामान्य चमकीले बल्बों को लौटाने पर उपलब्ध कराया जाएगा. ग्राम उजाला कार्यक्रम पांच जिलों के सिर्फ उन्हीं गांवों में लागू किया जाएगा. जहां उपभोक्ता पुराने सामान्य बल्बों के स्थान पर कम से कम पांच एलईडी बल्ब लेंगे. इन ग्रामीण घरों में बिजली के उपयोग की निगरानी के लिए मीटर लगाए जाएंगे.