वाराणसी:सिक्किम में मंगलवार देर रात बादल फटने के बाद तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आ गई. इसके बाद आसपास के इलाकों में पानी भर गया. बादल फटने के बाद आए सैलाब से वहां पर सड़कें बह गईं और कई पुल बह गए. इस घटना में कई सेना के जवान सहित लोग लापता हो गए.इसी बीच वाराणसी के एक निजी स्कूल के 45 बच्चे सिक्किम और 4 टीचर घूमने के लिए गए थे. ये सभी गंगटोक में घूमने के लिए निकले थे. तभी तीस्ता नदी में आई बाढ़ के कारण बीच रास्ते में फंस गए. छात्रों ने अपने घर वालों को इसकी सूचना दी. जिसपर परिजनों ने सिक्किम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य (Governor Shri Laxman Prasad Acharya) को इसकी सूचना दी. राज्यपाल ने पुलिस प्रशासन को बच्चों को रेस्क्यू करने के लिए दिशा निर्देश दिए. जिसके बाद बच्चों को रेस्क्यू कर सुरक्षित उनके होटल तक पहुंचाया गया.
7 अक्टूबर तक वापस आ जाएगा बच्चों का ग्रुप:छात्र-छात्राओं और टीचर्स के ग्रुप के सुरक्षित होटल पहुंचने के बाद राज्यपाल लक्ष्मण आचार्य उनसे मिलने के लिए खुद होटल पहुंचे और उनका हाल जाना. बता दें कि राज्यपाल वाराणसी के ही मूल निवासी हैं. वहीं, स्कूल के डायरेक्टर अनिल जाजौदिया ने बताया कि बच्चों का टूर 7 दिन का था. छात्र-छात्राएं सुरक्षित हैं. उन्हें गंगटोक के होटल में रखा गया है. वे दूसरे मार्ग से दार्जलिंग के लिए निकलेंगे. सभी निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 7 अक्टूबर की रात तक वाराणसी आ जाएंगे.