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गुजरात से काशी पहुंचीं 'गीर गाय', राज्यपाल ने गोपालकों को सौंपा - गीर गाय का किसानों को वितरण

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में उनके गृह राज्य गुजरात के बनासकांठा से 'गीर गायें' आईं थी. बुधवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने इन गायों को गोपालकों को वितरित किया. 'गीर गायें' मिलने के बाद गोपालक काफी खुश नजर आए.

गुजरात से काशी पहुंचीं 'गीर गाय'
गुजरात से काशी पहुंचीं 'गीर गाय'

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Published : Mar 3, 2021, 3:25 PM IST

Updated : Mar 3, 2021, 4:24 PM IST

वाराणसी: राज्यपाल आनंदीबेन पटेल दो दिनों से काशी में हैं. मंगलवार को संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय और काशी विद्यापीठ के दीक्षांत समारोह में हिस्सा लेने के बाद बुधवार को आनंदीबेन पटेल ने ग्रामीण इलाकों का रुख किया. ग्रामीण इलाकों में महिलाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण किया. साथ ही आंगनबाड़ी केंद्रों को और मजबूत कैसे बनाया जाए इस पर विचार-विमर्श किया.

विशेष नस्ल की 'गीर गाय' के बारे में जानकारी देते गोपालक.

इसके अलावा राज्यपाल आंनदीबेन पटेल ने प्रदेश में पहली बार आईं गुजरात की 'गीर गायों' का वितरण भी किया. गुजरात में डेयरी उद्योग को बढ़ावा देने वाली इन विशेष नस्ल की गायों का पहली बार प्रदेश में आगमन हुआ है. गुजरात के बनासकांठा जिला सहकारी दूध उत्पादक संघ लिमिटेड के सहयोग से इस गायों को वाराणसी लाया गया है. किसानों को पशुपालन के क्षेत्र में सशक्त बनाने में ये गायें लाभकारी सिद्ध होंगी.

7 गांव में होगा 100 गायों का वितरण
दरअसल, वाराणसी के शहंशाहपुर इलाके में बुधवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने गुजरात से आईं गीर गायों का वितरण 18 किसानों को किया है. सबसे बड़ी बात यह है कि यह गायें अपने आप में एक बेहतर नस्ल के साथ ज्यादा दूध उत्पादन के लिए जानी जाती हैं. यही वजह है कि डेयरी उद्योग की तरफ से वाराणसी के शहंशाहपुर समेत सात गांवों में इस विशेष नस्ल की गायों के लालन-पालन और इनसे बेहतर आमदनी के उद्देश्य से किसानों को सशक्त बनाने के लिए पूरी जिम्मेदारी गुजरात के दुग्ध उत्पादकों को सौंपी गई है.

गुजरात जाकर ले चुके हैं ट्रेनिंग
इसके लिए बाकायदा वाराणसी से एक किसानों का दल बीते दिनों गुजरात में ट्रेनिंग के लिए गया भी था. ट्रेनिंग के बाद सरकार की तरफ से इन किसानों को बेहतर रोजगार और आमदनी बढ़ाने के उद्देश्य से पशुपालन के क्षेत्र में सशक्त बनाकर डेयरी उद्योग में स्थापित करने के लिए इन गायों का निशुल्क वितरण किया गया है. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने इस कार्यक्रम में एक महिला समेत 18 किसानों को इन गायों का वितरण किया और जहां गाय रखी गई हैं, वहां जाकर इन्हें देखा भी. सबसे बड़ी बात यह है कि इन गायों को भगवान श्रीकृष्ण की अति प्रिय गाय माना जाता है.

किसानों को मिलेगा विशेष लाभ
एक अलग नस्ल की गाय 20 से 25 लीटर तक दूध देने के लिए जानी जाती हैं. हालांकि अभी वाराणसी में माहौल बदल जाने की वजह से इनका 10 से 12 लीटर दूध किसानों को मिल पा रहा है. उम्मीद है कि आगे स्थिति सुधरने के साथ ही गाय अपने आप को इस माहौल में ढाल कर किसानों के लिए लाभकारी साबित होंगी. फिलहाल 18 गायों के वितरण के बाद आसपास के 7 गांव में 100 से ज्यादा गायों का वितरण किसानों में किया जाना है.

महिला सशक्तिकरण पर दिया बल
कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने गायों के वितरण के बाद किसानों से यह अपील भी की कि वह सिर्फ काम करें, बेवजह की बातों पर ध्यान न दें और आमदनी बढ़ाते हुए अपने परिवार का पालन-पोषण करें. उन्होंने महिला सशक्तिकरण पर बल देते हुए हर क्षेत्र में महिलाओं से आगे आने की भी अपील की. वहीं इन गीर गायों के वितरण के बाद किसान भी बेहद खुश दिखाई दिए और उनका कहना था कि निश्चित तौर पर बदले माहौल में गायों को रखना थोड़ा मुश्किल होगा, लेकिन स्थितियां बदलने के साथ हमारी आमदनी बढ़ेगी.

Last Updated : Mar 3, 2021, 4:24 PM IST

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