मामले की जानकारी देते जीआरपी सीओ कुंवर प्रभात सिंह वाराणसीः होली के त्योहार को देखते हुए रेलवे स्टेशनों पर जगह-जगह विशेष सतर्कता बरती जा रही है. इसी बीच सोमवार की रात जीआरपी कैण्ट को बड़ी सफलता मिली. जीआरपी ने झारखंड के धनबाद के दो व्यक्तियों के पास से 1 करोड़ रुपये बरामद किये.दोनों के पास इन रुपयों को लेकर कोई कागजात नहीं थे. इंस्पेक्टर जीआरपी हेमंत कुमार सिंह ने इसकी सूचना आयकर विभाग को दी. इसके बाद आयकर विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू की.
जीआरपी सीओ कुंवर प्रभात सिंह ने बताया कि होली के त्योहार के मद्देनजर अवांछनीय गतिविधियों को रोकने के लिए रेलवे स्टेशन पर 3 दिन से चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था. ट्रेनों और प्लेटफार्मों पर पुलिस टीम और सीसीटीवी कैमरों के जरिए लोगों की निगरानी की जा रही थी. इसी दौरान प्लेटफार्म नम्बर 9 पर जीआरपी को देहरादून एक्सप्रेस से धनबाद जाने के लिए 2 व्यक्ति संदिग्ध हालत में पिट्ठू बैग लिये दिखाई दिये. संदेह होने पर जीआरपी ने उनसे पूछताछ की.
जीआरपी सीओ ने बताया कि पूछताछ में एक संदिग्ध ने अपना नाम सुबोध चौधरी और दूसरे ने अभिषेक सिन्हा बताया. उन्होंने बताया कि उनके पास जो पिठ्ठू बैग थे, उसमें रुपये थे. जब बैग की तलाशी ली गई, तो उनके पिठ्ठू बैग से ढाई-ढाई लाख की चालीस गड्डियां बरामद हुईं. जो करीब एक करोड़ रुपये था. उन्होंने बताया कि धनबाद के एक व्यक्ति अभिषेक अग्रवाल, जो कि खाटू श्याम ट्रेडर्स, सरिया और सीमेंट का कार्य करता है. ये पैसा उसी का है. उसी ने ही ये पैसा लेने के लिये यहां भेजा था.
जीआरपी सीओ के अनुसार, पकड़े गए संदिग्धों को एक मोबाइल नम्बर दिया गया था, जिससे इन्होंने संपर्क किया तो एक व्यक्ति ने इन्हें मलदहिया पेट्रोल पंप के पास एक गली में बुलाया. यहां उसने दोनों को अलग-अलग एक-एक पिठ्ठू बैग थमा दिए. जीआरपी सीओ कुंवर प्रभात सिंह का कहना है कि मामले की जांच कर विधिक कार्रवाई की जाएगी.
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