वाराणसी: जिले में गायत्री मंत्र को लेकर विवाद छिड़ गया है. अयोध्या के स्वामी भास्कर आचार्य का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह यह कहते नजर आ रहे हैं कि स्त्रियां गायत्री मंत्र का जाप नहीं कर सकतीं. यदि वह गायत्री मंत्र का जाप करेंगी तो इसका विपरीत फल प्राप्त होगा. यह वीडियो जब महर्षि पाणिनि कन्या महाविद्यालय की आचार्य ने देखा तो तुरंत उसका जवाब दिया और उन्होंने कहा कि वह चैलेंज करती हैं कि अगर कोई वेद मंत्र इसके खिलाफ दिखा दें तो वह स्वामी भास्कर आचार्य की बात मानने के लिए सहर्ष तैयार हैं. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं होता है तो स्वामी भास्कर आचार्य ने संपूर्ण नारी जाति और वेदों का अपमान किया है.
वाराणसी: स्वामी भास्कर आचार्य के वायरल वीडियो पर आचार्य नंदिता शास्त्री का पलटवार
स्वामी भास्कर आचार्य का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह यह कहते नजर आ रहे हैं कि स्त्रियां गायत्री मंत्र का जाप नहीं कर सकतीं. वीडियो में वह यह कहते नजर आ रहे हैं कि यज्ञोपवीत संस्कार न होने की वजह से स्त्रियां गायत्री मंत्र का जाप नहीं कर सकतीं. वाराणसी के पाणिनि कन्या महाविद्यालय की आचार्य ने स्वामी भास्कर आचार्य को इस बारे में चैलेंज किया है.
आचार्य नंदिता शास्त्री का कहना है कि जिस तरीके से आप विभिन्न पौराणिक कथाएं उठाएंगे उनमें भी माता सीता और कौशल्या माता द्वारा यज्ञ करने की बात सामने आएगी. उन्होंने कहा कि राम कथा करते हुए स्वामी भास्कर आचार्य जी को यह बात याद रखनी चाहिए. आचार्य नंदिता शास्त्री ने कहा कि यही नहीं कई ऐसी ऋषिकायें रही हैं, जिन्होंने यज्ञ करके संपूर्ण मानव जाति के उत्थान की बात कही है.
स्वामी भास्कर आचार्य के वायरल वीडियो में उन्हें यह कहते हुए भी सुना जा सकता है कि यज्ञोपवीत संस्कार न होने की वजह से स्त्रियां गायत्री मंत्र का जाप नहीं कर सकतीं. इस पर नंदिता शास्त्री ने कहा कि बीच के काल में इन लोगों ने ही कहा कि स्त्री, शूद्रों को वेद पढ़ने का अधिकार नहीं है. मगर देखा जाए तो इतिहास कुछ और है. उन्होंने कहा कि रामायण काल से ही स्त्रियां यज्ञ करती चली आई हैं, जिसे गलत ठहराना बेबुनियाद है.