वाराणसी: कोरोना महामारी (coronavirus) के इस दौर में दर्द और व्यथा की कहानियां ज्यादा हैं. मगर वाह के अफसाने भी कुछ कम नहीं है. ऐसा ही एक अफसाना लिख रहे हैं वाराणसी के रहने वाले गौरव कपूर. जी हां, गौरव बीते साल से गरीबों में जरूरत के सामानों को उपलब्ध करा रहे हैं. साथ ही उनकी हर संभव मदद कर रहे हैं. जिससे इस महामारी के दौर में उन्हें दवा और खाने के आभाव में दर-दर भटकना न पड़े. खास बात यह है कि दो बार संक्रमित होने के बावजूद भी गौरव ने अपनी हिम्मत नहीं हारी, बल्कि वह अपने आप से किए हुए वादे को निभा रहे हैं.
मेडिकल किट के साथ राशन भी कराते हैं उपलब्ध
वाराणसी के महमूरगंज इलाके में रहने वाले गौरव कपूर बताते हैं कि देश में जब 2020 में कोरोना महामारी की शुरूआत हुई और लॉकडाउन लगाया गया, तभी से उन्होंने गरीब तबके के लोगों और जरुरतमंदों की मदद करने की शुरूआत की. उन्होंने सबसे पहले लोगों के बीच में मास्क-सैनिटाइजर का वितरण किया. इस कार्य के लिए उन्होंने एनजीओ की सहायता भी ली. एनजीओ की मदद से गौरव लोगों तक राशन और मेडिकल किट भी पहुंचाना शुरू कर दिए. वर्तमान में गौरव शहर के विभिन्न इलाकों में जाकर गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों के लिए राशन, मास्क, सैनिटाइजर उपलब्ध कराते हैं. गौरव का कहना है कि 'हमारा बस एक उद्देश्य है कि कोई भी महामारी के दौर में भूखा ना सोए.'
गौरव बताते हैं कि अब तक उन्होंने 10 हजार से ज्यादा परिवार को राशन और लगभग 50 हजार लोगों को मास्क और सैनिटाइजर वितरित कर दिया है. उन्होंने बताया कि जब लॉकडाउन लगा था, तो मैंने यह वचन लिया था कि 'जब तक वैक्सीनेशन सबका नहीं हो जाता, तब तक मैं मास्क वितरित करूंगा. मैं अपने उसी वचन का निर्वहन कर रहा हूं. इसमें मेरी टीम मदद कर रही है.'
दो बार संक्रमित होने के बाद भी नहीं हारे हौसला