वाराणसी: केंद्र और राज्य सरकार लगातार विभिन्न योजनाओं के संचालन के जरिए किसान और पशुपालकों की आर्थिक स्थिति को सुधारने की कवायद में जुटी हुई है. इसी क्रम में सरकार की ओर से संचालित की जा रही नई योजना के तहत अब पशुपालकों को पशुओं का गोबर फेंकने की जरूरत नहीं होगी, बल्कि सरकार की ओर से अब गोबर को भी खरीदा जाएगा. इसको लेकर केंद्र सरकार की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के शहंशाहपुर में बायोगैस प्लांट का निर्माण कराया गया है, जहां पर गोबर से सीबीजी और सीएनजी गैस बनाई जाएगी.
पशुपालकों को गोबर देगा पैसा
हमेशा से पशुपालकों और आमजन के लिए गोबर गंदगी की बड़ी वजह रहा है. इसको लेकर शहर के पशु और गोशालाओं को गांवों और शहर की सीमा से स्थानांतरित किया जा रहा है लेकिन, अब इस गंदगी से पशुपालकों को परेशान होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि अब इसी गंदगी से उन्हें पैसे मिलेंगे. इस बाबत नगर निगम पशु चिकित्सा अधिकारी अजय प्रताप सिंह ने बताया कि सरकार की ओर से सीएसआर फंड के तहत वाराणसी के आराजी लाइन ब्लॉक के शहंशाहपुर गांव में बायो गैस प्लांट स्थापित किया जा रहा है. यहां गोबर और तरल पदार्थों के जरिए सीएनजी गैस बनाई जाएगी. सीएनजी गैस हमारे पर्यावरण को शुद्ध रखेगी तो वहीं लोगो को आर्थिक लाभ भी मिलेगा. उन्होंने बताया कि प्लांट संचालन के लिए एसपी का गठन होगा और यह तय करेगा कि कच्चा माल कहां से खरीदा जाएगा और गोबर का दाम कितना होगा. प्रतिदिन 90 टन के लगभग गोबर एकत्रित किया जाएगा और पशुपालकों को लगभग 80 पैसे से ज्यादा प्रतिकिलो तक इसका दाम दिया जाएगा, जिससे पशुपालकों की आमदनी बढ़ेगी और उन्हें परेशान नहीं होना पड़ेगा.
पशुपालकों में जगी उम्मीद
इस बाबत पशु पालकों का कहना है कि इस योजना से उन्हें लाभ होगा. यदि भविष्य में इस योजना का क्रियान्वयन कर दिया जाएगा तो इससे आमदनी तो होगी ही वहीं गोबर की गंदगी भी समाप्त हो जाएगी.