वाराणसी:काशी में गंगा खतरे के निशान से अब महज आधा मीटर दूर है. इसके बाद प्रशासन ने बाढ़ चौकियों के साथ बचाव टीमों को एक्टिव कर दिया. इसे लेकर शनिवार को जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने भीषण बहाव के बीच बोट पर सवार होकर पुलिस और एनडीआरएफ की टीम के साथ गंगा क्षेत्रों का जायजा लिया. इस बाढ़ से काशी के सभी 84 घाट पूरी तरह से जलमग्न हो चुके हैं.
वाराणसी में खतरे के निशान से महज 50 सेंमी दूर गंगा, नमो घाट जलमग्न
वाराणसी में गंगा खतरे के निशान के करीब पहुंच गईं हैं. ऐसे में जिला प्रशासन बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने में जुट गया है.
बता दें कि हाल ही में काशी के खिड़कियां घाट को नमो घाट का नाम दिया गया है. इस घाट को सैलानियों के लिए तैयार किया था. इस उच्चतम बाढ़ स्तर के घाट को भी गंगा नदी ने नहीं छोड़ा है. नमो घाट पूरी तरह से जलमग्न हो चुका है. जिलाधिकारी के निरीक्षण के दौरान मौजूद एडीएम वित्त एवं राजस्व को निर्देशित किया कि सभी रैन बसेरों तथा बाढ़ राहत शिविरों को आज से ही चालू कर दिया जाए. जिलाअधिकारी ने शनिवार को एडीएम सिटी तथा एनडीआरएफ की टीम के साथ अस्सी घाट से लेकर नमो घाट होते हुए नदी के मुहाने तक बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया.