वाराणसी: श्रीनगर के बड़गाम में हेलीकॉप्टर क्रैश में शहीद हुए वाराणसी के लाल विशाल कुमार पांडेय का पार्थिव शरीर गुरुवार को उनके घर पहुंचा. इसके बाद देर रात शहीद को नम आंखो से अंतिम विदाई दी गई. इस दौरान मंत्री समेत हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे. शहीद के अंतिम यात्रा के दौरान 'भारत माता की जय', 'शहीद विशाल अमर रहें' के नारे गूंजते रहे.
नम आंखो से शहीद विशाल कुमार पांडेय को दी गई अंतिम विदाई. भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बीच लगातार भारतीय सेना के जवानों की शहादत हो रही है. बता दें कि बीते बुधवार को श्रीनगर के बड़गाम में पाकिस्तानी एयरक्रॉफ्ट को वापस भेज कर लौट रहे भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टर एमआई 17 के दुर्घटनाग्रस्त होने से वाराणसी के लाल विशाल कुमार पांडेय शहीद हो गए थे. जिसके बाद 24 घंटे के इंतजार के बाद विशाल का पार्थिव शरीर वाराणसी के चौकाघाट स्थित उसके घर पहुंचा.
छोटे भाई ने दी मुखाग्नि
शहीद जवान विशाल कुमार पांडेय का अंतिम संस्कार वाराणसी के हरिश्चंद्र घाट पर संपन्न हुआ. छोटे भाई आकाश पांडे ने उन्हें मुखाग्नि दी.
अंतिम दर्शन को तरसे परिजन
शहीद का पार्थिव शरीर जैसे ही घर पहुंचा हर कोई रो उठा. शहीद का मां और पत्नी का रो-रो कर बुरा हाल था. पत्नी बार-बार बेसुध हुई जा रही थी. मां और पत्नी बार-बार अंतिम बार देख लेने की गुहार लगाती रही, लेकिन वायु सेना के अधिकारियों और प्रशासन ने इसकी इजाजत नहीं दी.
कब आएंगे पापा
बता दें कि शहीद की 7 साल की एक बेटी और 4 साल का एक बेटा है जो बार-बार यह पूछ रहे थे कि पापा कब आएंगे, लेकिन उन मासूमों को ये कहा पता है कि अब उनके पापा कभी नहीं आने वाले है.
मंत्री, प्रशासनिक अधिकारी रहे मौजूद
शहीद विशाल कुमार पांडेय को अंतिम विदाई देने के लिए राज्य मंत्री नीलकंठ तिवारी, राज्य मंत्री अनिल राजभर समेत कांग्रेस, समाजवादी पार्टी समेत अन्य पार्टियों के नेता रहे मौजूद. साथ ही इस दौरान प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे.
पाकिस्तान पर हो कड़ी कार्रवाई
विशाल के छोटे भाई आकाश और बड़े भाई विकास ने प्रधानमंत्री मोदी से पाकिस्तान पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है. दोनों ने कहा कि पाकिस्तान का हुक्का पानी बंद कर उस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए. विकास का कहना है कि सबसे पहले पत्थरबाजों को मारा जाना चाहिए, क्योंकि यही पत्थरबाज आतंकवादी बन रहे हैं. इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से अपने परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिए जाने की भी मांग की.
नारों से गूंज उठा आसमां, हर आंख हुई नम
हजारों की संख्या में पहुंचे लोगों जोश और नम आंखो से शहीद को अंतिम विदाई दी. जवान के शहीद होने से लोगों को दु:ख के साथ गर्व भी था. इसलिए लोगों ने पूरे जोश के साथ भारत माता की जय, शहीद विशाल अमर रहे, पाकिस्तान मुर्दाबाद के जमकर नारे लगाए. पूरी यात्रा के दौरान ये नारे गूंजते रहे.