वाराणसी: जिले के सर्व विद्या की राजधानी कहे जाने वाले काशी हिंदू विश्वविद्यालय के छात्रों ने एक बार फिर महामना का नाम ऊंचा किया है. चार शोधार्थी प्रतिष्ठित प्रधानमंत्री शोध फेलोशिप के जनवरी 2023 चरण के लिए चयनित हुए हैं. विज्ञान संस्थान के तहत भौतिकी विभाग के ताज कुमार तथा भौमिकी विभाग के प्रवीन कुमार कनौजिया, राजीव कुमार पाण्डेय एवं विपिन कुमार का चयन हुआ है.
Prime Minister Research Fellowship: बीएचयू के चार शोधार्थी प्रधानमंत्री शोध फेलोशिप के लिए चयनित - BHU Research scholars selected pm Fellowship
काशी हिंदू विश्वविद्यालय के चार शोधार्थियों प्रधानमंत्री शोध फेलोशिप (Prime Minister Research Fellowship) के लिए चयन किया गया है. आइए जानते हैं कि इन शोधार्थियों को फेलोशिप के तहत कितनी धनराशि मिलेगी?
वर्ष 2018-19 के आम बजट में घोषित प्रधानमंत्री शोध फेलोशिप का उद्देश्य शीर्ष उच्च शिक्षण संस्थानों में शोध को और गुणवत्तापरक बनाना है और प्रतिभावान शोधार्थियों को प्रोत्साहित करना है. प्रधानमंत्री शोध फेलोशिप देश के सभी आईआईटी, आईसर, इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस-बेंगलुरू तथा विज्ञान व प्रौद्योगिकी की डिग्री मुहैया कराने वाले चुनिंदा शीर्ष केन्द्रीय विश्वविद्यालय उपलब्ध कराते हैं.
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में प्रधानमंत्री शोध फेलोशिप की समन्वयक डॉ. मौशुमी मुत्सुद्दी ने चयनित शोधार्थियों को बधाई दी है. उन्होंने भरोसा जताया कि अगले चरण में विश्वविद्लाय से चयनित होने वाले शोधार्थियों की संख्या में इज़ाफा देखने को मिलेगा.
गौरतलब है कि इस योजना में चयनित होने वाले शोधार्थियों को आकर्षक फेलोशिप राशि तथा अनुसंधान अनुदान प्राप्त होता है. शुरुआती दो वर्षों में शोधार्थियों को 70,000 रुपये प्रति माह, तीसरे वर्ष में 75,000 तथा चौथे व पांचवे वर्ष में 80,000 रुपये प्रतिमाह की राशि प्राप्त होती है. फेलोशिप के दौरान एक शोधार्थी पांच वर्ष तक 2 लाख रुपये प्रतिवर्ष (कुल दस लाख रुपये) का अनुसंधान अनुदान भी प्राप्त कर सकता है. बीएचयू शिक्षक और छात्रों में उत्साह है कि इस स्कॉलरशिप के लिए बीएचयू के 4 छात्रों को चयनित किया गया. इस प्रकार की उपलब्धि मिलना विश्वविद्यालय के लिए हर्ष की बात है.
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