वाराणसी: पूरे देश में कोरोना की दूसरी लहर का खतरा बढ़ता जा रहा है. इस कारण इन दिनों संक्रमितों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है. इसको देखते हुए शासन ने हर जिले के खुफिया विभाग से संक्रमण की स्थिति को लेकर रिपोर्ट मांगी है. इस पर वाराणसी के खुफिया विभाग ने शासन को रिपोर्ट भेज दी है. इसमें संक्रमण की रोकथाम में दिखाई दे रहीं कमियों के बारे में बताते हुए जरूरी कदम को उठाने की सलाह दी गई है.
नहीं हो रही समुचित निगरानी
जिले में होली के त्योहार के कारण बाहर से आने वाले यात्रियों की जांच करने और सैंपल लेने का आदेश दिया गया था. महाराष्ट्र से आने वाले व्यक्ति की रिपोर्ट निगेटिव आने के बावजूद उन्हें होम क्वरंटाइन करने का निर्देश है. इन सभी व्यवस्थाओं की समुचित निगरानी नहीं होने के कारण जिले में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. इस कारण ही शासन ने जिले के खुफिया विभाग से रिपोर्ट मांगी थी, जिससे होली से पहले व्यवस्थाओं को सुधार कर इस महामारी को बढ़ने से रोका जा सके. खुफिया विभाग ने गुरुवार को एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेज दी.
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जिलाधिकारी ने की बैठक
वाराणसी के जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने कोविड कमांड कंट्रोल रूम में गुरुवार को चिकित्सा विभाग के अधिकारियों के साथ टीकाकरण के कार्य की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों और अस्पतालों में वैक्सीन के लगाने में लापरवाही बरते जाने, वैक्सीन बेकार किए जाने और पहली डोज के बाद दूसरी डोज़ के मिसिंग लोगों का रिकॉर्ड सही ढंग से नहीं रखने पर गहरी नाराजगी जताई. उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को सभी वैक्सिनेशन सेंटरों पर कितनी वैक्सीन दी गईं, कितनी डोज लगायी गईं और कितनी डोज़ वेस्ट की गई, इसकी पूरी जानकारी 27 मार्च तक तक प्रस्तुत करने के निर्देश दिए.
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यदि वैक्सीन की डोज़ हुई ख़राब तो खैर नहीं
इस दौरान डीएम ने सभी को चेतावनी दी कि यदि किसी ने वैक्सीन डोज बेकार की तो उसकी जिम्मेदारी तय की जाएगी. इसका हिसाब लगाकर उससे रिकवरी करने के साथ ही एफआईआर कराई जाएगी. निजी अस्पतालों में लगने वाली वैक्सीन के आंकड़ों पर उन्होंने कहा कि इन अस्पतालों में वैक्सीन लगाने और फीड किए गए आंकड़ों का मिलान किया जाएगा. इसमें यदि असमानता मिली तो जिम्मेदारी तय करते हुए रिकवरी की करने के साथ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी.