वाराणसी : कोरोना महामारी ने उद्योग-धंधों को एकदम धीमी गति पर लाकर छोड़ दिया है. नए साल में लोगों को उम्मीद है कि यह साल व्यापार व अन्य दृष्टि से काफी अच्छा रहेगा, लेकिन फूल व्यापारियों के लिए नए साल की शुरुआत काफी उदासी भरी रही. नए साल का जश्न भी फूल कारोबारियों के व्यापार को रोशन नहीं कर सका. इस बार उनका व्यापार मुरझाया हुआ नजर आया. ईटीवी भारत की टीम ने फूल व्यापारियों से बातचीत की, जहां उन्होंने अपनी बातों को साझा किया.
नए साल पर मुर्झाया फूलों का बाजार - फूल विक्रेताओं में निराशा
उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में नए साल पर फूल नहीं बिके. इससे फूल विक्रेताओं में निराशा छाई हुई है. नए साल का जश्न भी फूल कारोबारियों के व्यापार को रोशन नहीं कर सका.
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वाराणसी में फूल विक्रेताओं में छाई उदासी.
फूल विक्रेताओं में छाई उदासी.
20 से 30 रुपये में बिके गुलाब
बता दें कि 300 रुपये दर्जन के हिसाब से खरीदा हुआ गुलाब 20 से 30 रुपये में बिके. जबकि नए साल पर गुलाब का फूल 10 से लेकर 100 रुपये तक में मिलता था, लेकिन इस बार खरीदारों की कमी के वजह से जहां गुलाब की बिक्री में कमी हुई तो वहीं इसके दामों में भी कमी नजर आई.