वाराणसी: काशी के कोतवाल कहे जाने वाले बाबा बटुक भैरव मंदिर में अनुच्छेद 370 हटने की खुशी और देश की अखंडता नजर आई. मंदिर में ऐसा पहली बार देखने को मिला जब बटुक भैरव का श्रृंगार कश्मीर, उत्तराखंड, केरल सहित देश की तमाम जगहों से मंगाये गए फूलों से किया गया. इसके अलावा मंदिर में सजाई गई झांकी के माध्यम से कश्मीर का नजारा देखने को मिला.
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खास तरीके से किया गया श्रृंगार
कमच्छा स्थित बटुक भैरव मंदिर हरियाली श्रृंगार बहुत ही खास तरीके से किया गया. गर्भ गृह में स्थित बाबा बटुक भैरव कमल के आसन पर आसीन दिखे. सुबह मंगला आरती के साथ पूरे विधि विधान से बाबा का पूजन किया गया. उसके बाद से दर्शन के लिए कपाट खोले गए. सुबह से ही भक्त बाबा की एक झलक पाने के लिए घंटों लाइन में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करते रहे.