वाराणसीःभंदहांकला और रजवाड़ी में देश के पहले कौशल विकास विश्वविद्यालय और केंद्रीय विद्यालय खुलने जा रहे हैं, जिसके लिए लगभग 50 एकड़ जमीन की आवश्यकता है. इसी के सिलसिले में गुरुवार को जिलाधिकारी जमीन का निरीक्षण करने के लिए एडीएम, एसडीएम और तहसीलदार के साथ रजवारी पहुंचे. यहां उन्होंने जमीन के बारे में जानकारियां हासिल कीं.
यहां होगा देश का प्रथम कौशल विकास विश्वविद्यालय, जमीन का हुआ निरीक्षण - बनारस में छात्रों को मिलेगा रोजगार
यूपी के वाराणसी में केंद्र सरकार देश का प्रथम कौशल विकास विवि खोलने जा रही है. इसी कड़ी में गुरुवार को डीएम ने रजवाड़ी में जमीन देखने के लिए दौरा किया. यहां उन्होंने जमीन का निरीक्षण किया.
युवाओं के लिए बड़ी सौगात
बता दें कि केंद्र सरकार बनारस में पूर्वांचल के युवाओं को एक बहुत बड़ी सौगात देने वाली है. जनपद में कौशल विकास विवि बनने से युवाओं को भविष्य के लिए अवसर पैदा होंगे. विश्वविद्यालय में कौशल मिशन के तहत तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा देनें के साथ ही उसमें शोध भी होंगे. इसके अलावा निजी कम्पनियों की मदद से बाजार में मांग के अनुरूप अनुबंध पर पाठ्यक्रम भी संचालित किये जायेंगे. कौशल विकास मंत्रालय ने इस संबंध में जिला प्रशासन से प्रस्ताव भी मांगा है.
विवि के लिए चाहिए 50 एकड़ जमीन
जनपद में कौशल विकास विश्वविद्यालय के लिये करीब 30 से 50 एकड़ जमीन की आवश्यकता होगी. प्रशासन नें पिंडरा में स्थित करीब 100 एकड़ सरकारी जमीन से यह हिस्सा देनें की तैयारी शुरू कर दी है. जमीन के लिए ही डीएम कौशल राज शर्मा ने एडीएम प्रशासन रणविजय सिंह, एसडीएम सदर प्रमोद कुमार पाण्डेय तथा तहसीलदार सदर मनोज के साथ दौरा किया. पिंडरा एसडीएम को जमीन के राजस्व के रिकॉर्ड सहित अन्य दस्तावेज का मूल्यांकन करने के लिये भी कहा गया है. जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि मंत्रालय की डिमांड पर अगले हफ्ते तक जमीन के संबंध में प्रस्ताव बनाकर भेज दिया जायेगा.