वाराणसी: दिल्ली के निजामुद्दीन तबलीगी जमात के मरकज में शामिल हुए हैदराबाद के 11 लोग वाराणसी में सामने आए हैं. यह लोग मिर्जापुर के अदलहट में दो लोगों के घर पर रुके थे. प्रशासन की अपील के बाद यह 10 लोग खुद से जांच के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय जिला अस्पताल पहुंचे. जहां इनकी तरफ से मिली जानकारी के बाद एक अन्य व्यक्ति को प्रशासन ने रेस्क्यू किया. इसके बाद उन दो परिवारों के लोगों को भी जांच के लिए भेजा जा रहा है, जिनके घर में यह सभी लोग रुके थे.
वहीं वाराणसी के 6 नए लोगों के सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने तीन अलग-अलग एफआईआर करते हुए कुछ छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है. वहीं लगातार जमातियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए पुलिस व प्रशासन भी परेशान है. पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि आखिर हैदराबाद के लोग मरकज से वापस लौटने की जगह वाराणसी क्यों पहुंचे.
बुधवार देर रात बजरडीहा और पांडेय हवेली से कई और लोगों के लौटने की जानकारी मिल रही है. वहीं पकड़े गए व्यक्ति जब से आए हैं, कई इलाकों में घूम चुके हैं. वह जहां -जहां गए है वहां के लोकेशन पर एहतियात के लिए काम शुरू कर दिया गया है. इससे पहले शासन से आई सूची में 8 के ही नाम थे, लेकिन जब प्रशासन ने पड़ताल शुरू की तो 16 नाम सामने आए.
वहीं बुधवार देर रात मदनपुरा और बजरडीहा से पांच और जमाती पकड़े गए. इन्होंने प्रशासन को न तो सूचना दी थी और ना ही जांच कराई थी. इन सभी को रात में ही जांच के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया और परिवार को क्वॉरेंटाइन कर दिया गया. अब 12 और व्यक्तियों के सामने आने के बाद शहर से उस जमात में शामिल होने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है.
जिलाधिकारी वाराणसी का कहना है कि फिलहाल पंडित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल के क्वॉरेंटाइन वार्ड में 10 खुद से आए हैदराबाद के जमातियों को रखा गया है. इसके अलावा उनकी सूचना पर रेस्क्यू किए गए एक अन्य हैदराबाद के व्यक्ति और वाराणसी के रहने वाले लोगों के अतिरिक्त दो उन लोगों को भी क्वॉरेंटाइन वार्ड में रखा गया है, जिनके घर में हैदराबाद से आए लोग रुके थे.