वाराणासीः जिले के सेवापुरी रोहनिया-शाहंशाहपुर स्थित भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान में फार्ड फाउंडेशन एवं बायोटेक किसान परियोजना के तत्वावधान में शनिवार को किसान मेले का आयोजन किया गया. इस दौरान किसानों एवं प्रशिक्षणार्थियों को गृह वाटिका के लिए सब्जी, गेहूं, चना, मसूर, मटर व धान के बीज का वितरण किया गया. जिससे किसान बीज उत्पादन करने में सफल हो सकें एवं कम लागत में अधिक आय प्राप्त कर सकें. मेले में मुख्य अतिथि के रूप में कृषि प्रसार भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के उपमहानिदेशक डॉ. एके सिंह ने शिरकत की. मेले में सोनभद्र, चन्दौली, वाराणसी एवं गाजीपुर के प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया गया. इस कार्यक्रम में 300 किसानो ने सहभागिता किया एवं 13 निजी एवं सरकारी संस्थानों द्वारा प्रदर्शनी भी लगाई गई.
कृषि कार्य में महिलाएं बढ़ाएं भागीदारी
डॉ. एके सिंह ने कहा कि महिलाओं को कृषि कार्य में और अधिक योगदान देने के लिए उद्यानिकी फसलों, जैविक खेती, मछली पालन एवं पशुपालन को अपनाना चाहिए. उन्होंने किसानों को कृषि विविधिकरण, प्रसंस्करण एवं मूल्य संवर्धन करने की बात बताई. उन्होंने अधिक पोषण वाली सब्जियों एवं कम लागत वाली तकनीकियों एवं किसान उत्पादन संगठन की महत्ता को बताई. विशिष्ट अतिथि प्रो. आर.एम.सिंह ने बताया कि फार्ड फाउण्डेशन किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मधुमक्खी पालन, मशरूम उत्पादन, बकरी पालन एवं वर्मी कम्पोस्टिंग का प्रशिक्षण दिया जा रहा है.