वाराणसी: दुनिया का सबसे पुराना शहर काशी जिसे धर्म, अध्यात्म और परंपराओं की नगरी कहा जाता है के इतिहास के पिटारे से हम एक ऐसी परंपरा खोज लाए हैं, जिसे सुनकर आप दंग रह जाएंगे. चकाचौंध भरी दुनिया, भारी-भरकम भीड़, ऊपर से गर्मी और चारों तरफ सन्नाटा. न बिजली की उम्मीद, न पंखे का आनंद और गर्मी में टपकता पसीना आपके होश उड़ा देने के लिए काफी है.
काशी का अनोखी रामलीला
हम बात कर रहे हैं काशी के मशहूर रामनगर की रामलीला की. यहां 1835 से ही एक अनोखी रामलीला होती है. रामलीला अनंत चतुर्दशी से प्रारंभ होकर अश्विनी पूर्णिमा तक एक महीने चलती है. एक महीने तक चलने वाली इस रामलीला में न लाउडस्पीकर का प्रयोग होता है और न ही बिजली का.