वाराणसी: आपने फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस के बारे में तो सुना होगा, मगर अब ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए लोग फर्जी आधार कार्ड भी इस्तेमाल कर रहे हैं. ऐसा ही एक मामला शनिवार को बाबतपुर परिवहन कार्यालय में सामने आया. यहां फर्जी आधार कार्ड पर ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने पहुंचे एक अभ्यर्थी को पकड़ लिया गया. ऐसा मामला सामने आते ही उप परिवहन आयुक्त ने मुकदमा दर्ज करने की बात कही है.
ड्राइविंग लाइसेंस के लिए हो रहा ये खेल, पकड़े जाने पर होगी जेल
यूपी के वाराणसी में ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए फर्जी आधार कार्ड बनाए जा रहे हैं. दलाल 300 रुपये में फर्जी आधार कार्ड बनवा कर दे रहा है.
यहां 300 रुपये में बनते हैं फर्जी आधार कार्ड
पकड़े गए अभ्यार्थी ने बताया कि ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए कार्यालय के बाहर एक दलाल ने 300 रुपये में फर्जी आधार कार्ड बनवाया था. इस संबंध में पूर्व में प्रमुख सचिव परिवहन राजेश कुमार सिंह ने स्वीकार किया था कि परिवहन कार्यालय के बाहर भ्रष्टाचार हो रहा है.
कैसे फूल फल रहा भ्रष्टाचार
आपको बता दें कि बाबतपुर परिवहन कार्यालय के बाहर दलालों की भरमार है. डीएल बनवाने के लिए पहुंचे अभ्यार्थियों से यह दलाल मोटी रकम वसूलते हैं. डीएल बनवाने में कागजातों की कमी को देखते हुए यह फौरन ही फर्जी दस्तावेज तैयार करवाकर अभ्यार्थी से ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए आवेदन करा देते हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि बाबतपुर परिवहन कार्यालय के बाहर फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस, फर्जी आधार कार्ड और फर्जी वोटर आईडी कार्ड बनाए जा रहे हैं.
मामले का लिया संज्ञान
फर्जी आधार कार्ड का मामला संज्ञान में आने में बाद आरटीओ प्रशासन सर्वेश चतुर्वेदी ने बताया कि फर्जी आधार कार्ड के आधार पर एक अभ्यार्थी के ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने का मामला सामने आया है. यह चिंता का विषय है. उन्होंने निर्देश दिया कि फर्जी तरीके से ड्राइविंग लाइसेंस का आवेदन करने वालों पर मुकदमा कायम कराया जाए.