वाराणसी: कोरोना महामारी ने देश के सभी स्वास्थ्य संस्थानों को गंभीर चुनौती दी. बढ़ते मामलों के साथ सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों को और बेहतर बनाने की आवश्यकता बढ़ने लगी. इसको देखते हुए सरकार ने सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकीय सुविधाओं को और बेहतर बनाने का दावा किया. इसमें आईसीयू वार्ड से लेकर अन्य कई आधुनिक तकनीकों को अस्पताल में पहुंचाने की बात की गई, जिससे वहां की सुविधाओं को मरीजों के लिए और बेहतर बनाया जा सके.
कोविड महामारी के दौर में जिले के सरकारी अस्पतालों की किन-किन सुविधाओं में सुधार और व्यवस्थाओं को जानने के लिए ETV भारत की टीम ने वाराणसी जिले के मंडलीय चिकित्सालय का जायजा लिया. इस दौरान मंडलीय चिकित्सालय पर सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त दिखीं. हालांकि, ऑक्सीजन की उपलब्धता कम होने और दवाओं को लेकर मरीजों ने अपनी नाराजगी भी जाहिर की.
सरकारी अस्पतालों में सुविधाएं. सुविधाएं हैं बेहतर ETV भारत से बातचीत में मरीज के तीमारदारों ने बताया कि पहले से अस्पताल में सुविधाएं और बेहतर दी जा रही हैं. यहां डॉक्टर समय-समय पर आकर मरीज की देख-रेख भी करते हैं. उन्होंने बताया कि यह दवाएं बाहर से लिखी जा रही हैं, जिसकी वजह से थोड़ी दिक्कतें हो रही हैं.
ऑक्सीजन उपलब्धता को लेकर जताई नाराजगी
दूसरे तीमारदार ने ऑक्सीजन को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की. उनका कहना रहा कि अस्पताल में सारी सुविधाएं तो बेहतर हैं, लेकिन यहां पर ऑक्सीजन की समस्या आ रही है. अस्पताल प्रशासन को ऑक्सीजन उपलब्ध करानी चाहिए, क्योंकि जो भी मरीज स्वास्थ्य से संबंधित हैं उनके लिए ऑक्सीजन बेहद जरूरी है.
आईसीयू समेत कई मशीनों की सुविधा
अस्पताल सीएमएस प्रसन्न कुमार ने बताया कि कोविड महामारी के दौर में आईसीयू समेत कई सारी तकनीकी सुविधाएं सरकार की ओर से अस्पताल को मुहैया कराई गई हैं. इससे इस महामारी से लड़ने में हमें काफी मदद मिली है. इन मशीनों की सहायता से आसानी से कोविड के परिणाम पता किए जा रहे हैं. मरीजों के उपचार में भी काफी सहूलियत हो गई है. उन्होंने बताया कि इसके साथ ही 300 से ज्यादा बेडों पर ऑक्सीजन की सुविधाएं पहुंचने वाली हैं, जिसको लेकर पाइपलाइन लगा दी गई हैं. आगामी 10 दिनों में यह सुविधाएं भी पूर्ण रूप से संचालित कर दी जाएंगी.
6 लाख की लागत से बनी है लैब
सीएमएस ने बताया कि हाल के दिनों में तकनीकी मशीनों के लिए अस्पताल में लैब बनवाई गई है. इसकी लागत लगभग 6 लाख रुपये आई है. इसके साथ ही ज्यादातर आधुनिक मशीनों की सुविधाएं सरकारी महकमे द्वारा उपलब्ध कराई गई हैं. सीएमएस ने बताया कि इन दिनों हम मरीजों को और बेहतर सुविधाएं दे पा रहे हैं, कुछ जगहों पर हमें मैन पावर की आवश्यकता है. आगामी दिनों में इसे भी दूर करने की कोशिश जी जाएगी.