उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

Kashi में हर घर सोलर पैनल अभियान शुरू, ऐसे कर सकते हैं आवेदन, ये फायदे मिलेंगे - काशी की खबरें

काशी (Kashi) में घर-घर सोलर पैनल अभियान (Every House Solar Panel Campaign) की शुरूआत हुई है. इसके लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है. इसके उपभोक्ताओं को क्या फायदे मिलेंगे, चलिए जानते हैं.

Etv bharat
Etv bharat

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Oct 13, 2023, 12:48 PM IST

यूपी नेडा के वरिष्ठ परियोजना प्रबंधक एसके गुप्ता ने दी यह जानकारी.

वाराणसी: बिजली के बिल में कटौती करने के साथ सोलर को बढ़ावा देते हुए घर-घर सोलर सिस्टम पहुंचने के उद्देश्य से पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस में हर घर सोलर अभियान (Every House Solar Panel Campaign) की शुरुआत हुई है. रूफटॉप सोलर सिस्टम (Rooftop Solar System) के जरिए लोगों को अपने बिजली के बिल को बचाने से लेकर अन्य तरह की महत्वपूर्ण जानकारियां घर-घर पहुंच कर दी जा रही है, लेकिन अभी बहुत ऐसे लोग हैं जो सोलर पैनल लगवाना चाहते हैं. अगर आप भी रूफटॉप सोलर सिस्टम एस्टेब्लिश करना चाह रहे हैं और हर महीने बिजली के बिल का भारी भरकम बिल बचाना चाहते हैं तो आपको कुछ स्टेप उठाने होंगे. इससे आपकी समस्या का समाधान भी होगा और आपके घर पर सरकारी दर पर उचित तरीके से सोलर सिस्टम भी लग जाएगा.

वाराणसी में सोलर रूफ टॉप की जानकारी घर-घर पहुंचाई जा रही.
वाराणसी को सोलर सिटी के रूप में डेवलप करने की प्लानिंग के तहत शुरू किए गए सोलर रूफटॉप अभियान के तहत यूपी नेडा कोई इस पूरे अभियान की जिम्मेदारी दी गई है. इसके जरिए घर-घर सोलर पहुंचने की तैयारी की जा रही है उत्तर प्रदेश नेडा के वरिष्ठ परियोजना अधिकारी शशि कुमार गुप्ता बताया कि केंद्र से लेकर उत्तर प्रदेश सरकार अधिक से अधिक बिजली पैदा करने के लिए पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों की जगह गैर पारंपरिक ऊर्जा स्त्रोत का प्रयोग करने का प्रयास कर रही है. यही वजह है कि पारंपरिक ऊर्जा विकास एजेंसी नेडा में वाराणसी शहर को सोलर सिटी के रूप में डेवलप करने का काम शुरू किया है.

उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में 1000 से ज्यादा लोगों ने इसमें इंटरेस्ट दिखाते हुए अपना रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन करवाया है और उसके बाद लगभग 300 लोगों ने अब तक इसका लाभ लिया है और 700 लोगों का प्रक्रिया चल रहा है. इसके अलावा वाराणसी शहर को सोलर सिटी के रूप में डेवलप करने के लिए सरकार की सोलर एनर्जी पॉलिसी के तहत रूफटॉप संयंत्र की स्थापना का लक्ष्य भी तय कर लिया गया है.

उनका कहना है कि शहर की कुल बिजली की खपत की 10% उपलब्धता सोलर से पूरी की जाएगी. वर्तमान समय में शहर में बिजली की कुल खपत 500 से 550 मेगावाट प्रतिदिन है इसलिए लोगों को सोलर रूफटॉप संयंत्र के प्रति जागरूक करने के लिए बूथ कैंप घर-घर निरीक्षक और घर-घर कैंपेन के काम शुरू किया गया है. इसमें कॉलोनी मोहल्ले के लोगों को आमंत्रित किया जा रहा है वहां लोगों को विशेषज्ञ सोलर सिस्टम के बारे में विस्तार से जानकारी देना है ताकि वह इसका इस्तेमाल करवा सकें और इसे अपने घरों में लगवाए.

यूपी नेडा के वरिष्ठ परियोजना प्रबंधक एसके गुप्ता ने बताया कि सौर ऊर्जा नीति-2022 के तहत आवासीय क्षेत्र के लिए राज्य सरकार की सब्सिडी 15000 रुपए किलोवाट से अधिकतम 30000 रुपए प्रति उपभोक्ता केंद्र सरकार के सीएफए के अतिरिक्त उपलब्ध है. उपभोक्ता को सिस्टम की पूरी लागत का भुगतान करने की आवश्यकता है और सरकार की ओर से प्रत्यक्ष लाभ सब्सिडी उनके बैंक खाते में जमा की जाएगी.


आवासीय उपभोक्ता सिटी या ग्रामीण सोलर रूफटॉप सिस्टम लगाने के लिए ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं. ऑनलाइन पोर्टल के लिए www.solarrooftop.gov.in पर जाकर अपने रजिस्ट्रेशन का प्रोसेस पूरा करके आप उत्तर प्रदेश के 300 रजिस्टर्ड सोलर वेंडर से संपर्क करके उचित दर पर सोलर संयंत्र हासिल कर सकते हैं. यह अधिकृत पोर्टल आपको सस्ते और उचित दर पर सोलर उपलब्ध करवाएगा.

किस पर कितनी सब्सिडीः यूपी नेडा के अधिकारियों का कहना है कि 3 किलो तक क्षमता के लिए 14588 रुपए प्रति किलो वाट की सब्सिडी मिलती है, जबकि 3 किलोवाट से अधिक और 10 किलोवाट तक 14588 प्रति किलो वाट पहले 3 किलो वाट के लिए और उसके बाद 7294 रुपए प्रति किलो वाट सब्सिडी सरकार की तरफ से दी जाती है, जबकि 10 किलो वाट से अधिक के लिए 94822 रुपए की सब्सिडी लागू की गई है. अधिकारियों का कहना है कि यदि आपकी खाली छत है तो उसे छत पर इस संयंत्र को लगाने से 3 किलोवाट पर 3000 रुपए प्रति माह 5 किलो वाट पर 5000 रूपये और 10 किलो वाट पर लगभग 10000 रुपए की बचत हर माह की जा सकती है. 25 सालों तक इस संयंत्र का इस्तेमाल करने से लगभग 10 लाख रुपए की बचत सुनिश्चित हो सकती है.

ये भी पढे़ंः शहर में जाम की वजह बन रहे ट्रांसपोर्ट एक्टिविटी को बाहर करने की तैयारी, ट्रांसपोर्ट नगर से होगा समस्या का हल

ये भी पढ़ेंः वाराणसी में 55 रुपये में मिल रही चने की दाल, जानिए केंद्र सरकार का मास्टर प्लान

ABOUT THE AUTHOR

...view details