चीफ इंजीनियर आनंद प्रकाश शुक्ला ने दी जानकारी. वाराणसी: जिले में गर्मी के सीजन ने बिजली व्यवस्था को डगमग करके रख दिया था. बिजली व्यवस्था पूरी तरीके से चरमरा गई थी. हर जगह ट्रांसफार्मर से लेकर के अन्य तमाम तरीके की बिजली की मूलभूत दिक्कतों का सामना उपभोक्ताओं को करना पड़ रहा है. ऐसे में सरकार और विभाग दोनों सजग होने के साथ बिजली व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए नई तैयारी में जुट गए हैं. इसके तहत वाराणसी में 150 करोड़ रुपये की लागत से बिजली व्यवस्था को बेहतर बनाए जाने की योजना है. इसके तहत तार से लेकर के ट्रांसफार्मर तमाम बिंदुओं को बेहतर किया जाएगा.
शहर में करीब 250 से अधिक स्थानों पर ट्रांसफार्मर की दिक्कत: बिजली विभाग के चीफ इंजीनियर आनंद प्रकाश शुक्ला ने ईटीवी भारत को बताया कि गर्मी के सीजन में हमें सबक मिला था. इस दौरान बिजली जाने की सबसे ज्यादा शिकायतें मिली थीं. जहां से हमें ऐसी शिकायतें मिली थीं, उन स्थानों को चिन्हित करके वहां पर सिस्टम को मजबूत करने का काम कराया जाएगा. इसमें जर्जर लाइनों को बदला जाएगा. साथ ही जिन स्थानों पर ट्रासफार्मर बार-बार डैमेज हो रहे थे, ऐसे करीब 250 से अधिक शहर भर में स्थान हैं. यहां पर ट्रांसफार्मर्स की क्षमता में वृद्धि की जाएगी. जिससे आगामी गर्मी के सीजन में इस तरह की परेशानी का सामना लोगों को न करना पड़े.
इसे भी पढ़े -Balrampur News: चीनी मिल में एसी कंप्रेशर फटने से कर्मचारी की मौत, 2 की हालत गंभीर वाराणसी में चल रहा करीब 157 करोड़ का प्रोजेक्ट:एपी शुक्ला ने बताया कि दो पार्ट में बिजली व्यवस्था को सुधारा जाएगा. एक योजना 86.8 और दूसरी 70.5 करोड़ की है. कुल मिलाकर 157 करोड़ के आसपास का यह प्रोजेक्ट है. प्लान है कि चार महीने के अंदर इस काम को पूरा करके खत्म कर दें. इस प्रोजेक्ट के तहत कुछ अतिरिक्त ट्रॉली माउंटेन ट्रांसफार्मर की भी व्यवस्था करेंगे, जिससे कि किसी नई जगह पर अगर अचानक से ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हो जाता है तो दो घंटे के अंदर पर वहां पर ट्रॉली लगाकर बिजली आपूर्ति को बहाल कर दिया जाए.
बदले जाएंगे पोल, ट्रांसफार्मर की बढ़ेगी क्षमता:एपी शुक्ला बताया कि कुछ प्राइमरी सब-स्टेशन पर भी फोकस कर रहे हैं. जहां पर हमारे पास 5 एमवीए की क्षमता वाले ट्रांसफार्मर हैं, उनकी क्षमता बढ़ाकर 10 एमवीए करेंगे. इस प्रोजेक्ट के माध्यम से हम ट्रांसफार्मर्स की क्षमता में वृद्धि, लाइनों को मजबूत किया जाएगा. इसके साथ ही शहर में जो खराब, गले और सड़े हुए बिजली के खम्भे हैं, उनको भी बदलने का काम किया जाएगा. भारत सरकार की योजना आरडीएसएस, जो हर जिले में चल रही है, उसके तहत पुराने और खराब कंडक्टर्स को बदलने का काम किया जाएगा. नए तार लगाने का भी काम किया जाएगा.
वाराणसी के लिए 450 करोड़ की एक और योजना:वाराणसी में एक बड़े स्तर पर सुधार का काम चल रहा है. एपी शुक्ला ने बताया कि नए तार लगाने, पुराने और खराब कंडक्टर्स को बदलने का काम किया जा रहा है. यह दो क्लस्टर्स में चल रहा है. वाराणसी शहर के लिए करीब 450 की योजना है, जोकि चल रही है. इस योजना के पूरा होने में अभी समय लगेगा. वहीं अभी जो अन्य स्कीम्स हैं इन्हें हम अपने स्रोतों के माध्यम से वाराणसी शहर में तीन से चार महीने के अंदर पूरा करेंगे. एक और योजना वृहद योजना है. इस पर भी काम चल रहा है, जिसे हम आने वाले साल में पूरा करेंगे. अभी फिलहाल हम ट्रांसफार्मर, खराब पोल और तार बदलने के काम कर रहे हैं.
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