वाराणसी: जिले के जीवधिपुर में काशियाना फॉउंडेशन व साक्षर इंडिया फॉउंडेशन द्वारा आयोजित नशा मुक्त भारत व कोविड-19 पर परिचर्चा हुई. विभिन्न क्षेत्रों से आए सामाजिक कार्यकर्ताओं ने अपने विचार रखे. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए परिचर्चा की गई.
मुख्य अतिथि श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य अर्चक श्रीकांत मजराज ने कहा कि हमारे सनातन धर्म में ही नशा को अकल्याणकारी बताया गया है. काशी पूरे विश्व भर में प्रख्यात है. इस आयोजन से हमारा संकल्प होगा कि काशी ही नहीं अपितु पूरा भारत नशा मुक्त बने.
राष्ट्रीय नशामुक्ति व पुनर्वास समिति, भारत सरकार सदस्य सुमित सिंह ने बताया कि आज पूरा विश्व वैश्विक महामारी से जूझ रहा है. भारत में अब अनलॉक की प्रक्रिया चल रही है, जिसमें हमें मास्क, सैनिटाइजर व समाजिक दूरी का ध्यान रखते हुए एक योद्धा की तरह समाजिक कार्य करना चाहिए. जैसा हम सबको ज्ञात हो कि नशा मुक्ति से ही भारत विश्वगुरु बनेगा. आज प्रधानमंत्री ने हम सबको आत्मनिर्भर भारत की बात कही है.
प्रोफेसर काशी विद्यापीठ डॉ. सुनील मिश्र ने कहा कि सामाजिक जीवन में हम सबको उसी ऊर्जा से कार्य करना चाहिए. जिस ऊर्जा से हमारे आदरणीय प्रधानमंत्री कर रहे हैं. नशा मुक्त भारत का स्वप्न प्रधानमंत्री ने अपने मन की बात में कही है. हम उनके इस स्वप्न को पूर्ण करने के लिये तैयार हैं. डॉ. उत्तम ओझा ने कहा कि आज भारत को विश्व गुरु बनाना होगा तो सर्वप्रथम देश को नशा मुक्त करना ही होगा. इस प्रयास में काशियाना फाउंडेशन विगत पांच सालों से प्रयासरत है.