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बनारस में तेज हुई स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त करने की कवायद, DM ने की बैठक

यूपी के वाराणसी में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला प्रशासन स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की कवायद में जुटा हुआ है. इसी क्रम में मंगलवार को जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को लेकर बैठक की. इस बैठक में डीएम ने अस्पतालों में बेड की संख्या के साथ ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाए जाने की जानकारी साझा की.

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Published : Apr 20, 2021, 10:56 PM IST

DM ने की बैठक
DM ने की बैठक

वाराणसी: कोरोना संक्रमण के बिगड़े हालात के बीच प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने बनारस पर खुद निगरानी शुरू कर दी है. जिसके बाद बनारस में ऑक्सीजन से लेकर अस्पतालों में मरीजों के लिए बेड की संख्या में इजाफा हो रहा है. साथ ही जीवन रक्षक इंजेक्शन की काला बाजारी पर रोक लगाते हुए इसकी उपलब्धता भी सुनिश्चित कराए जाने की तैयारी प्रशासन ने कर ली है. इसे लेकर अधिकारियों ने पूरा दिन अलग-अलग बैठकें कीं. साथ ही अस्पतालों में बेड की संख्या के साथ ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाए जाने की जानकारी साझा की.

न हो ऑक्सीजन की कमी

जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने मंगलवार को कोरोना महामारी से प्रभावित लोगों के इलाज में अति आवश्यक ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित कराने, रेमडीसिविर इंजेक्शन की उपलब्धता आदि के लिए सरकारी और गैर-सरकारी अस्पतालों के प्रभारियों की आवश्यक बैठक सर्किट हाउस में की. बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि एक-एक हॉस्पिटल में बेड की उपलब्धता, भर्ती कोविड मरीजों की संख्या तथा बेड की संख्या के सापेक्ष आवश्यक ऑक्सीजन सिलेंडर की संख्या निर्धारित करते हुए उसका प्रबंधन/रिफिलिंग कराने की व्यवस्था की जा रही है, जिससे भर्ती मरीजों को ऑक्सीजन की कमी न हो और उन्हें इधर-उधर दूसरे अस्पतालों में भागना न पड़े.

अनावश्यक रूप से न लिखा जाए रेमडिसिविर इंजेक्शन

उन्होंने कहा कि अस्पतालों द्वारा मरीज को पर्चे पर रेमडिसिविर इंजेक्शन लिख कर दे दिया जाता है. जिसके बाद लोग मार्केट में दवा की दुकानों पर दौड़ रहे हैं. जबकि यह दुकानों पर उपलब्ध नहीं है. उन्होंने कहा कि अस्पतालों में भर्ती मरीजों को यदि आवश्यक हो तो उस मरीज का नाम, ऑक्सीजन लेवल, मोबाइल नं और पता आदि लिख कर डॉ संजय राय प्रभारी को भेज दें. इंजेक्शन अनावश्यक रूप से न लिखा जाए.

इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि इंजेक्शन के ब्लैक मार्केटिंग और अत्यधिक दामों पर बेचने की शिकायत मिली है. अगर किसी के द्वारा ऐसा करने की जानकारी मिली तो सुसंगत धाराओं में कार्रवाई की जायेगी. जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने बताया कि कोविड कमांड सेंटर में हेल्प लाइनों की संख्या 5 से बढ़ा कर 19 कर दी गयी है, जिससे तत्काल सूचनायें मिलती रहें. सरकारी और निजी अस्पतालों में बेड की उपलब्धता और ऑक्सीजन सिलेंडरों की सही जानकारी कमांड सेंटर को प्रतिदिन दी जा रही है.

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नियुक्त हुए अधिकारी

जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने बताया कि ट्रामा सेंटर में 90 बेड और बढ़ाये जा रहे हैं, ताकि मरीजों की बढती संख्या को देखते हुए बेड उपलब्ध हो सकें. इसके अलावा प्रशासनिक अधिकारी भी नियुक्त किए गए हैं, जो अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन तथा मरीजों से अधिक चार्ज लेने आदि की शिकायतों की जांच नियमित रूप से करेंगे. सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडरों की आपूर्ति सुचारू बनाये रखने के लिए कम्पनियों को नियमित रूप से भुगतान किया जा रहा है.

उद्योगों को ऑक्सीजन की सप्लाई बंद

जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने बताया कि बीएचयू सहित सभी स्थानीय अस्पतालों, संस्थाओं एवं एजेन्सियों तथा राज्य एवं केन्द्र सरकार का सहयोग लिया गया है. उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन की देशव्यापी एवं राज्यव्यापी स्थिति को ध्यान में रखते हुए वाराणसी में कुछ विशेष प्रयास किये गये हैं. स्थानीय उद्योगों से 200 अतिरिक्त सिलेंडर प्राप्त करके स्थानीय रूप से ऑक्सीजन की व्यवस्था करके अस्पतालों को उपलब्ध कराया गया है. उपलब्ध सभी सिलेंडर जल्दी-जल्दी भरे जा सकें, इसलिए ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था सुदृढ़ की गयी है. इसके उपरान्त अन्य राज्यों से सिलेण्डर निर्माताओं से सम्पर्क करके लगभग 400 सिलेंडर मंगाए गए हैं, जो अगले चार दिनों में वाराणसी पहुंच जायेंगे.

बढ़ाई गई वेंटिलेटर की संख्या

जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने बताया कि वाराणसी में अभी तक एचएफएनसी वेंटिलेटर मात्र 54 उपलब्ध थे. औघोगिक सीएसआर एवं भारत सरकार से समन्वय करके 35 अतिरिक्त एचएफएनसी वेंटिलेटर मंगा लिये गये हैं, जो कार्यरत होने की प्रकिया में है. कुछ और एचएफएनसी वेंटिलेटर सम्मिलित करने का प्रयास किया जा रहा है. रेमडेसिविर जैसी दुर्लभ दवाओं सहित कोविड इलाज के लिए सभी आवश्यक दवायें जिले में उपलब्ध है. KCRC द्वारा नागरिकों को पुनः आश्वस्त किया जाता है कि किसी प्रकार घबराने की आवश्यकता नहीं है.

कोविड रिस्पांस सेंटर कर रहा कार्य

काशी कोविड रिस्पोंन्स सेन्टर (KCRC) के तत्वाधान में कोविड नियंत्रण की हो रही कार्रवाई के सन्दर्भ में एमएलसी एके शर्मा, कमिश्नर दीपक अग्रवाल, पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की टीम ने जनता को आश्वस्त किया है कि KCRC के प्रयासों से कोविड नियंत्रण का कार्य सुचारू रूप से चल रहा है. वाराणसी के कोविड व्यवस्थापन के लिए प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं केंद्र तथा राज्य सरकार के संपूर्ण सहयोग से कार्रवाई चल रही है. विशेष रूप से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आदेशानुसार उनके कार्यालय सहित भारत सरकार से असाधारण सहायता मिल रही है.

लोगों को सुझाव दिया गया कि किसी भी परिस्थिति में KCRC से सम्पर्क करें जिनका नम्बर निम्नांकित है-

  • टोल फ्री सम्पर्क नम्बर- 1077 एवं 1800-180-5567 हैं.
  • 19 हंटिंग लाइन के साथ अन्य नंबर …
  • 0542.2221937 , 0542.2221939
  • 0542.2221941 , 0542.2221942
  • 0542.2221944 , 0542.2720005

    वाराणसी में कुछ इस तरह बढ़ाए गए बेड
  • जब कोरोना का दूसरा चरण सामने आया, उस समय वाराणसी में सरकारी एवं गैर सरकारी मिलाकर ऑक्सीजनयुक्त बेड की संख्या लगभग 275 थी.
  • मंगलवार को वाराणसी शहर में ऑक्सीजनयुक्त कोविड वेड की संख्या बढकर लगभग ढाई गुना हो चुकी है.
  • कैंसर भाभा अस्पताल में नई सुविधा के तहत 100 बेड बढाये गये हैं.
  • बीएचयू ट्रामा सेन्टर में नई सुविधा के तहत 94 बेड बढाये गये हैं.
  • डीएलडब्लू अस्पताल में 60 बेड बढाये गये हैं.
  • ईएसआईसी अस्पताल में 40 बेेड बढाये गये हैं.
  • दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में 106 बेड बढाये गये है.
  • इन्फीनिटी अस्पताल में नये 50 बेड बढाये हैं.
  • हेरीटेज हास्पिटल में 100 बेड बढाये गये हैं.
  • इसी प्रकार अन्य गैर सरकारी अस्पतालों को मिलाकर अन्य 100 बेड बढ़ाये गये हैं.
  • इस प्रकार वर्तमान में ऑक्सीजनयुक्त कोविड बेड की संख्या 275 से बढकर 650 हो गई हैं.

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