वाराणसी:लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए शासन-प्रशासन हर प्रयास कर रहा है. ऐसे में शिक्षा विभाग भी पीछे नहीं है. यूं तो शिक्षकों को स्वयं वैक्सीन की महत्ता के बारे में पता है, लेकिन कुछ भ्रम के कारण वह वैक्सीन लगवाने को लेकर असमंजस में हैं. इस दौरान वाराणसी डीआईओएस ने सभी शिक्षकों के लिए वैक्सीनेशन अनिवार्य बताते हुए नया फरमान जारी किया है.
वैक्सीन नहीं तो वेतन नहीं का जारी हुआ आदेश
डीआईओएस वीपी सिंह ने कहा कि सरकार के निर्देशों के अनुपालन में सभी को वैक्सीन लगाना अनिवार्य है. इससे अध्यापक व उनके परिवार की सुरक्षा होगी. उन्होंने बताया कि महामारी से बचने के लिए सख्ती और अपील दोनों की जरूरत है, इसलिए अपील करने के साथ-साथ शिक्षकों के लिए सख्त नियम भी बनाए गए हैं. इसके तहत वैक्सीन नहीं तो वेतन नहीं जैसा आदेश जारी करना पड़ा है.
कैंप लगवाकर कराया जा रहा वैक्सीनेशन
उन्होंने बताया कि वैक्सीनेशन को लेकर विभाग के द्वारा शहर के एलटी कॉलेज परिसर में साप्ताहिक विश्लेषण अभियान चलाया जा रहा है. इसके तहत बीते दिनों से प्रतिदिन 100 अध्यापकों को वैक्सीन लगाई जा रही है. इसमें 50 व्यक्ति 18 प्लस से ज्यादा और 50 डोज 45 वर्ष से ज्यादा व्यक्ति को लगाए जा रहे हैं.
उन्होंने बताया कि अब तक काफी संख्या में अध्यापकों का वैक्सीनेशन किया जा चुका है. पहले ही लगभग 60 फीसदी अध्यापक वैक्सीनेशन करा चुके थे, परंतु 40 फीसदी कुछ असमंजस की स्थिति में होने के कारण नहीं लगा रहे थे. उन्हें भी लगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है, जिससे सभी लोग वैक्सीनेशन करा लें और इस महामारी से सुरक्षित रहें.
अध्यापकों ने इस आदेश का नहीं किया पालन तो भूल जाएं वेतन
यूपी के वाराणसी में डीआईओएस ने सभी शिक्षकों के लिए वैक्सीनेशन अनिवार्य बताते हुए नया फरमान जारी किया है. शिक्षकों से अपील करने के साथ ही वैक्सीन नहीं तो वेतन नहीं जैसा आदेश जारी किया है.
अध्यापकों के वैक्सीनेशन के लिए फरमान जारी.