वाराणसीः कोविड-19 यानि कोरोना के संक्रमण की वजह से काशी विश्वनाथ मंदिर में भक्तों के गर्भ गृह प्रवेश पर रोक लग गई थी. लेकिन अब पुरानी व्यवस्था को दोबारा से लागू कर दिया गया है. रविवार से ही भक्तों को मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश दिया जाएगा.
चढ़ा संकेंगे जल और होगा स्पर्श दर्शन
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में रविवार से नई व्यवस्था लागू होने जा रही है. इसके तहत अबतक श्रद्धालु झांकी दर्शन की जगह गर्भ गृह में जाकर बाबा को जेल चढ़ा सकेंगे. श्री काशी विश्वननाथ मंदर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि मंदिर में पूर्व की भार व्यवस्था लागू कर दी गई है.
कल सुबह मंगला आरती के बाद मिलेगा प्रवेश
मुख्य कार्यपालक की माने तो अब नए आदेश के बाद मंगला आरती के बाद श्रद्धालुओं को प्रवेश गर्भगृह में दिया जाएगा, जो जल चढ़ा सकेंगे. उन्होंने बताया कि काशी वासियों की अटूट श्रद्धा और उनकी मांग को देखते हुए ये निर्णय लिया गया है. इस दौरान सभी श्रद्धालुओं को कोविड के नियमों का पालन करते हुए मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा.
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सामान्य दिनों में बाबा विश्वनाथ मंदिर की आय करीब हर महीने दो से ढाई करोड़ रुपये के करीब बोती है. यानि लॉकडाउन न होता तो करीब 5 करोड़ की आय होती है. विश्वनाथ मंदिर में सबसे पहले गर्भगृह में भक्तों के जाने से रोक लगा दी गई थी. जिसके बाद भक्त बाहर से ही हाथ सेनिटाइजेशन कर रहे थे. मंदिर में काफी सतर्कता से लोग आरती पूजन रोज समय से करते हैं.