वाराणसीःधर्म और अध्यात्म की नगरी काशी में मंगलवार को एक दूसरी देव दीपावली (Dev Diwali) मनाई गई. इस मौके पर दीपों की रौशनी से काशी हिंदू विश्वविद्यालय का कोना-कोना रौशन हुआ. ये देव दीपावली काशी तमिल संगमम (Kashi Tamil Sangamam) में आयोजित किया गया. यहां तमिलनाडु से आए श्रद्धालु व विश्वविद्यालय ने कार्तिक पूर्णिमा (kartik purnima) मानते हुए संगमम स्थान को 5 हजार दीयों को जलाकर परंपरा का निर्वहन किया.
बनारस में मनाई गई दूसरी बार देव दीपावली, काशी तमिल संगमम में दीयों से रौशन हुई भोले की नगरी
वाराणसी में एक दूसरी देव दीपावली मनाई गई. ये देव दीपावली काशी तमिल संगमम(Kashi Tamil Sangamam) में आयोजित किया गया.
इस दौरान एमपी थियेटर ग्राउंड (MP Theater Ground) में दीपों से ओम, स्वस्तिक और काशी तमिल संगमम बनाया गया. इस दौरान दक्षिण भारतीय श्रद्धालु वी.एस. सुब्रमण्यम मणि ने बताया कि, दक्षिण भारत कैलेंडर व धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ऐसा माना जाता है कि जिस दिन शिव विष्णु के सामने ज्वाला के रूप में प्रकट हुए थे और ब्रह्मा को कार्तिगई दीपम (Karthigai Deepam) के रूप में मनाया जाता है. ये बेहद खास त्यौहार होता है.
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