वाराणसीः अक्सर ऐसी घटनाएं सामने आती रहती है, जब छात्र अपने करियर और भविष्य की चिंता में डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं. इस समस्या से निजात दिलाने के लिए काशी में नई पहल शुरू हुई है. संगीत के जरिए बच्चों के तनाव डिप्रेशन को दूर करने के लिए महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ (Mahatma Gandhi Kashi Vidyapith) में यूपी का पहला म्युजिक थेरेपी लैब बनाया गया है. यहां अवसाद के इलाज के साथ ही, बच्चों को संगीत की भी शिक्षा दी जाएगी. विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग को इसकी जिम्मेदारी दी जाएगी.
मनोविज्ञान विभाग के प्रोफेसर दुर्गेश कुमार ने बताया कि नए साल से यह सुविधा विद्यार्थियों को मिलने लगेगी. इसके साथ ही मरीजों को भी इसका लाभ दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि 10 लाख 40 हजार की लागत से इस लैब को तैयार किया गया है. प्रशासन की ओर से 5 लाख 40 हजार की वित्तीय सहायता भी प्रदान की गई है. उन्होंने बताया कि इस लैब में एक्टिव म्युजिक थेरेपी के साथ रिसेप्टिव म्यूजिक थेरेपी रूम भी बनाया गया है. इसमें विभिन्न संगीत वाद्य यांत्र के जरिए मरीजों का इलाज किया जाएगा. फिलहाल में यहां छात्रों की संगीत क्लास चलाई जा रही है.